बिच्छू राउंडअप/राहुल गांधी को जोशीमठ लाने की तैयारी में कांग्रेस, सीएम ने कहा- न हो सियासत

राहुल गांधी

राहुल गांधी को जोशीमठ लाने की तैयारी में कांग्रेस, सीएम ने कहा- न हो सियासत
गत मंगलवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू कश्मीर में थी, लेकिन उत्तराखंड कांग्रेस के कई नेता जोशीमठ के मुद्दे पर राहुल गांधी के साथ पैदल चले। दरअसल, कांग्रेस 30 जनवरी के बाद राहुल गांधी को जोशीमठ लाना चाहती है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कहा कि जिस जोशीमठ को प्रधानमंत्री और वो खुद देख रहे हों, उस मुद्दे पर भ्रम फैलाने की सियासत ठीक नहीं है। राहुल गांधी का नाम उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए कितने काम का है, ये सब देख चुके हैं, लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हाथ का साथ नहीं छोड़ना चाहते। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को जोशीमठ आपदा से जोड़ा गया, तो 2024 की सियासत चमकाने के लिए उत्तराखंड कांग्रेस के नेता भी पहुंचे।

यूएस: पूर्व विदेश मंत्री का दावा: पुलवामा हमले के बाद परमाणु युद्ध के करीब थे भारत-पाक
अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने दावा किया है कि तत्कालीन भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उन्हें बताया कि पाकिस्तान फरवरी 2019 में बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है। यह सुनकर वह दंग रह गए थे। पोम्पिओ के मुताबिक, सुषमा स्वराज ने कहा था कि इसको देखते हुए भारत भी आक्रामक प्रतिक्रिया की तैयारी कर रहा है। मंगलवार को लॉन्च की गई अपनी नई किताब नेवर गिव एन इंच फाइटिंग फॉर द अमेरिका आई लव में पोम्पियो ने कहा कि यह घटना तब हुई, जब वह 27-28 फरवरी को अमेरिका-उत्तर कोरिया शिखर सम्मेलन के लिए हनोई में थे।

रामचरितमानस पर विवाद.. धीरेंद्र शास्त्री ने की राष्ट्रीय धर्म लागू करने की मांग
बिहार के बाद अब यूपी में रामचरितमानस पर टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर बयानबाजी की है। इस बीच अंधविश्वास के आरोपों के कारण सुर्खियां बने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने रामचरित मानस को लेकर एक और बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस को राष्ट्रीय धर्म घोषित कर देना चाहिए तभी भारत विश्व गुरु बनेगा और तभी सामाजिक समरसता होगी। स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी पर धीरेंद्र शास्त्री के गुरु और चित्रकूट के तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि रामचरितमानस का कोई भी अंश किसी का अपमान नहीं करता। तुलसीदास ने विश्व के कल्याण के लिए रामचरितमानस की रचना की है।

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