कांग्रेस में अपनों को गले लगाने की तैयारी

कांग्रेस
  • अब आदिवासियों को जोड़ने के लिए चला जा रहा है भावनात्मक दांव

हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। नाराज नेताओं द्वारा किए गए दल बदल से प्रदेश की सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस अब संगठन को और मजबूत  करने और मैदानी स्तर पर कुनबा बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए अब पार्टी ने किन्ही कारणों से समय-समय पर बिछड़ चुके अपनों को गले लगाने की तैयारी शुरु कर दी है। यह जिम्मा पार्टी की ओर से सेवादल उठाने जा रहा है।
दरअसल करीब ढाई साल पहले जब श्रीमंत ने कांग्रेस छोडक़र भाजपा का दामन थामा था, तब उनके साथ पार्टी के कई समर्थक कार्यकर्ता भी कांग्रेस को छोड़ गए थे, लेकिन उन्हें अब भी भाजपा कार्यकर्ता पूरी तरह से अपना नहीं पा रहे हैं। इसकी वजह से वे अब उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस की ऐसे ही पुराने कार्यकर्ताओं पर नजर बनी हुई है। दरअसल कांग्रेस मैदानी स्तर पर अपने इन पुराने कार्यकर्ताओं की घर वापसी चाहती है, जिससे की चुनाव के समय इसका फायदा पार्टी को मिल सके।  उधर पार्टी चुनावी वैतरणी पार करने के लिए भावनात्मक रुप से आदिवासी समाज को खुद से जोड़ने के प्रयास कर रही है।
यही वजह है कि कमलनाथ का कहना है कि आदिवासी किसी भी संगठन से जुड़ा हो, उसका डीएनए कांग्रेस का ही है। 18 साल से मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है लेकिन कभी इनकी सुध नहीं ली गई। जब हमने इनके हित में योजनाएं बनाईं और काम किया तो भाजपा भ्रमित करने में लग गई है। हमें न केवल सतर्क होकर काम करना है बल्कि, भाजपा के दुष्प्रचार का भी करारा जवाब भी देना है। यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस के आदिवासी विभाग की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि आदिवासी वर्ग का प्रदेश की 120 सीटों पर प्रभाव है। आज की राजनीति स्थानीय हो गई है। भाजपा समाज में विभाजन करने की नीति चल रही है। आप सभी को इससे सावधान रहकर समाज को जागरूक करने का काम करना होगा। चुनाव में अब कम समय बचा है इसलिए पूरी ताकत से तैयारी में जुट जाएं। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने कहा कि आदिवासी वर्ग हमेशा से कांग्रेस के साथ रहा है। हमें भाजपा की आदिवासी विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध करना चाहिए और सडक़ से सदन तक उनके हितों की रक्षा के लिए एकजुटता के साथ खड़े होकर संघर्ष करना होगा। मध्य प्रदेश कांग्रेस आदिवासी विभाग के अध्यक्ष ओमकार मरकाम ने कहा कि आदिवासी वर्ग कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं और लगातार अत्याचार हो रहा है। इसके विरोध में जन-जागरण का काम किया जाएगा।
सरकार में ठगने का काम
नाथ ने कहा कि आदिवासी वर्ग का 120 सीटों पर प्रभाव है। करोड़ों खर्च कर बड़े आयोजन किए जाते हैं। भीड़ जुटाई जाती है। अंत में आदिवासी वर्ग को ठगने का काम भाजपा सरकार में किया जाता है। कांतिलाल भूरिया ने कहा कि हमें भाजपा की आदिवासी विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध करना चाहिए। इसके अलावा नाथ ने सेवादल कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि उन्हें मतदान केंद्र स्तर पर काम करना होगा। आज हमारा मुकाबला प्रदेश की भाजपा सरकार और संगठन से है। हमें पूरी ताकत के साथ मुकाबला करना है।
तीन सौ लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ली
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कमल नाथ की उपस्थिति में बुधनी विधानसभा क्षेत्र के तीन सौ से अधिक लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव अर्जुन शर्मा के नेतृत्व में ये भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे।
सेवा दल संभालेगा मोर्चा
प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्य संगठक योगेश यादव ने कहा कि कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार से गद्दारी करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में गए कार्यकर्ता वहां अपमानित महसूस कर रहे हैं। उनमें छटपटाहट है। उनकी वापसी के लिए सेवादल के पदाधिकारी घर-घर जाकर उन्हें ससम्मान कांग्रेस में वापसी के लिए घर वापसी अभियान चलाएगी। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित सेवादल की मोटिवेशनल बैठक एवं कार्यभार ग्रहण के मौके पर उन्होंने यह बात कही। उन्होंने पार्टी को भरोसा दिलाया कि चुनाव प्रबंधन में सेवादल सभी विधानसभा क्षेत्रों में 30 -40 बूथों को जिताने की जिम्मेदारी लेता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, 50 साल पहले के और आज के सेवादल में बड़ा बदलाव हुआ है, लेकिन हमारी  संस्कृति और अनुशासन को बनाए रखना प्राथमिकता है।

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