महाकाल लोक की भव्यता ने बढ़ाया शिवराज का कद

 शिवराज

-अपनी परिकल्पना को साकार देख प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री की थपथपाई पीठ

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी /बिच्छू डॉट कॉम। मप्र की धार्मिक नगरी उज्जैन को एक और नई पहचान मिल गई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया। महाकाल लोक की भव्यता को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गदगद नजर आए। दरअसल, उन्होंने महाकाल लोक की जो परिकल्पना की थी, उसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हूबहू साकार कर दिखाया है। इससे खुश होकर प्रधानमंत्री ने शिवराज की जमकर प्रशंसा की और उनकी पीठ थपथपाई। कार्यक्रम के दौरान जिस तरह मोदी और शिवराज के बीच समन्वय और सहभागिता दिखी उससे शिवराज का राजनीतिक कद और बढ़ गया है। यानी महाकाल लोक की भव्यता ने शिवराज का कद और बढ़ा दिया है।
मप्र में पांचवी बार सत्ता में लौटने के लिए भाजपा ने सियासी बिसात बिछाना शुरू कर दी है। भाजपा को इस बार अपनी चुनावी नैया पार लगाने के लिए राम के श्रीराम के बजाए शिव से ज्यादा उम्मीदें हैं। यहीं कारण है कि भव्य महाकाल कॉरिडोर प्रोजेक्ट की ब्रांडिंग पूरे प्रदेश में जोर-शोर से की गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अपील पर श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के दिन प्रदेशभर के मंदिरों में दीपक जलाए गए। प्रदेशभर में लोकार्पण कार्यक्रम को एलईडी पर दिखाया गया। इससे मुख्यमंत्री की लोकप्रियता को पूरे देश ने देखा।
शिवराज की लोकप्रियता में लगे चार चांद
उत्तर प्रदेश में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का जबरदस्त रिस्पांस मिला। भाजपा इसे भुना कर दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने में सफल रही। इससे अनुमान लगाया जा सकता है की महाकाल कॉरिडोर मप्र भाजपा के लिए कितना लाभप्रद होगा। महाकाल कॉरिडोर के उद्घाटन  की तिथि घोषित होने के बाद से ही सत्ता और संगठन के लोग उत्साह में नजर आने लगे थे। भाजपा को 65 हजार बूथों के डिजिटलाइेशन के दौरान जो डाटा और फीडबैक मिला है, उससे सत्ता और संगठन को कई चुनावी टिप्स मिल गए है। इस रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि 8 से 10 माह के दौरान राज्य के शिव मंदिरों में सुबह-शाम भक्तों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इनमें सबसे ज्यादा संख्या महिला भक्तों की देखी जा रही है। यही कारण है कि भव्य महाकाल कॉरिडोर परियोजना का धूमधाम से प्रचार किया गया। निश्चित रूप से पार्टी को इसका लाभ 2023 के विधानसभा चुनाव में मिलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसके बाद प्रदेश के अन्य मंदिरों को भी इसी तरह से सजाने संवारने का काम हाथ में लेने वाले हैं। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि मंदिरों की सजावट से हिंदू जनता प्रभावित होगी और इसका लाभ पार्टी को मिलेगा।
शिव के नेतृत्व में नवाचारों का गढ़ बनता प्रदेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश भर में लगातार नवाचार किये जा रहे हैं। महाकाल लोक के अद्भुत और विहंगम रूप को पूरी दुनिया के सामने लाने के लिए प्रदेश सरकार कई सारे नवाचार कर रही है। इसी में से एक है श्री महाकाल लोक। श्री महाकाल लोक का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण किया।  कार्यक्रम के दौरान हुई जनसभा में एक लाख लोगों की उपस्थिति रही। जबकि भाजपा को 50,000 लोगों के आने का अनुमान था। इस संबंध में पार्टी संगठन में जबरदस्त मेहनत की। इसी का नतीजा रहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा को सुनने के लिए जनसैलाब उमड़ा। प्रधानमंत्री का पूरा भाषण भगवान महाकाल और उज्जैन की महिमा पर केंद्रित था। इसका भी अनुकूल असर जनता पर देखा गया। सभा की सफलता का श्रेय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को दिया जाना चाहिए जो इसके लिए कई दिनों से तैयारी कर रहे थे। उज्जैन के कार्यक्रम के प्रभारी प्रदेश के स्थानीय शासन मंत्री भूपेंद्र सिंह भी प्रशंसा के हकदार हैं। महाकाल लोक  लोकार्पण के सफल कार्यक्रम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ही भाजपा को भी लाभ मिलने वाला है। खास बात यह रही कि टेलीविजन के माध्यम से इस प्रसारण को प्रदेश भर में करीब एक करोड़ लोगों ने देखा। दुनिया के 40 देशों में इसका लाइव टेलीकास्ट किया गया। महाकाल लोक परिसर की भव्यता और सफल कार्यक्रम से भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह आसमान पर पहुंच गया है। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को प्रदेश के गांव-शहर के लोगों ने लाइव देखा।  कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के लिए गांवों और शहरो में बड़ी टीवी स्क्रीन लगाई गई है। प्रदेश के प्रदेश के 17,722 मंदिरों में पूजा अर्चना, दीप प्रज्वलन, भजन कीर्तन के आयोजन किए गए।  इनमे से 899 मंदिरों में व्रहद कार्यक्रम मंदिर समितियों, स्थानीय प्रशासन और श्रद्धालुओं के सहयोग से आयोजित किए गए।
अब ओंकारेश्वर पर शिव का फोकस
 प्रदेश की भाजपा सरकार उज्जैन के बाद अब ओंकारेश्वर पर फोकस करेगी। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान फरवरी 2017 में ओंकारेश्वर में तीन संकल्प लिए थे। इनमे से एक संकल्प था मंधाता पर्वत पर 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की मूर्ति (एकात्मता की प्रतिमा) का निर्माण करवाना था। इसका निर्माण 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का जबरदस्त रिस्पांस मिला। पार्टी से जुड़े सूत्र कहते हैं कि अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर शिलान्यास के बाद भाजपा को अब यूपी के शिव मॉडल की ताकत का अहसास हो गया है। उज्जैन के बाद नर्मदा नदी के तट और पहाडिय़ों के मध्य स्थित तीर्थस्थल ओंकारेश्वर जल्द ही विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में पहचाना जाएगा। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा ओंकार पर्वत पर अद्वैतवाद और सनातन धर्म के पुनरुद्धारक आदि गुरु शंकराचार्य की 108 ऊंची अष्टधातु से निर्मित प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को वर्ष 2023 में पूर्ण करने का संकल्प प्रदेश सरकार का है। आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा को एकात्मता प्रतिमा (स्टैच्यू ऑफ वननेस) नाम दिया गया है।
कुशल नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शी सोच
शिवराज सिंह चौहान देश के उन चुनिंदा राजनेताओं में से एक हैं जो हर कदम पर जनता से साथ निभाने का वादा करते हैं, तो निभाते भी हैं और हर कदम पर जनता के साथ खड़े दिखाई देते हैं। क्षिप्रा के तट पर बसी प्राचीनतम नगरी उज्जैन का महाकाल लोक आज उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शी सोच को प्रस्तुत करता है जो भगवान शिव के भक्तों के स्वागत के लिए अब तैयार है। महाकाल लोक की अवधारणा वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मन में आई थी। इस पर विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं, संतों और विषय-विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श कर योजना तैयार की गई थी जिस पर गंभीरता से अमल करते हुए योजना का प्रथम चरण पूर्ण हुआ है। महाकाल लोक के जरिए शिव के सभी स्वरूप एक स्थान पर लाना मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के सामने मुश्किल कार्य था लेकिन सरकार के अथक प्रयासों से यह काम समय में साकार हो गया।
गाइड की भूमिका में नजर आए सीएम
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री के लिए गाइड की भूमिका निभाते नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद यहां की एक-एक गतिविधि का पैदल और फिर ई-वाहन में सवार होकर जायजा लिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री के साथ राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व राज्यपाल मंगू भाई पटेल थे। प्रधानमंत्री जब महाकाल लोक का जायजा ले रहे थे, उस दौरान मुख्यमंत्री चौहान उन्हें वहां मौजूद धर्म और संस्कृति से जुड़ी प्रतिमा और निर्माण कार्य का ब्यौरा भी दे रहे थे। इतना ही नहीं, जब प्रधानमंत्री वाहन से महाकाल लोग का भ्रमण कर रहे थे, तब भी मुख्यमंत्री ने उन्हें कई जानकारियां दीं।
शिवराज सिंह की तारीफ की…
पीएम ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक की यह भव्यता भी समय की सीमा से परे आने वाली कई पीढिय़ों को अलौकिक दिव्यता के दर्शन कराएगी। भारत की अध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना को ऊर्जा देगी। मैं इस अद्भुत अवसर पर राजाधिराज महाकाल के चरणों में शत-शत नमन करता हूं। मैं आप सभी को देश-दुनिया में महाकाल के सभी भक्तों को हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। विशेष रूप से भाई शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार, उनका मैं हृदय से अभिनंदन करता हूं। जो लगातार इतने समर्पण से इस सेवा यज्ञ में लगे हुए हैं।

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