मंत्रियों-अधिकारियों को फिर सुशासन का पाठ पढ़ाएंगे शिव

शिवराज सिंह चौहान

इस माह के अंतिम पखवाड़े में दो दिवसीय चिंतन शिविर का होगा आयोजनभोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा रही है कि मंत्रियों और अधिकारियों की कार्यप्रणाली ऐसी होनी चाहिए जिससे प्रदेश में सुशासन की राह आसान हो। इसके लिए मुख्यमंत्री लगभग हर बैठक में मंत्रियों-अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहते हैं। अब मुख्यमंत्री की मंशा है कि विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सुशासन को पूरी तरह मजबूत किया जाए। इसके लिए मंत्रियों-अधिकारियों को एक बार फिर से सुशासन का पाठ पढ़ाया जाएगा। बताया जा रहा है कि इसके लिए इस माह के अंतिम पखवाड़े में दो दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित करने की प्लानिंग की जा रही है।
गौरतलब है की समय-समय पर भाजपा अपने मंत्रियों, विधायकों के लिए शिविर आयोजित करती रहती है। इसी कड़ी में अब मुख्यमंत्री शिवराज सरकार के मंत्रियों का 15 अगस्त के बाद फिर चिंतन शिविर आयोजित होगा। इस बार अधिकारियों के साथ भी दो दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित किया जाएगा। सीएम शिवराज की इसे समीक्षा बैठक के तौर पर भी देखा जा रहा है, जिसमे प्रधानमंत्री आवास, मातृ वंदना और प्रधानमंत्री पथ विक्रेता योजना में मध्य प्रदेश की उपलब्धि के साथ नगरों और ग्रामों का गौरव दिवस मनाने और चिकित्सा पाठ्यक्रम की पुस्तकें हिंदी में प्रकाशित करने पर भी चर्चा की जाएगी।
सीएम ने मंत्रियों के सामने रखी रूपरेखा
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के सामने आगामी कार्य योजनाओं की रूपरेखा रखते हुए कहा है कि विभागीय योजनाओं की समयसीमा में प्रगति सुनिश्चित करने का दायित्व मंत्रियों का होगा। मंत्रियों के स्टाफ को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी। मंत्रियों का दायित्व है कि विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन समय सीमा में हो इंटरनेट मीडिया पर योजनाओं को लेकर सक्रिय रहें और प्रभारी मंत्री जिलों में रात्रि विश्राम जरूर करें। प्रमुख सचिवों को मंत्रियों से समन्वय कर कार्ययोजना बनाना होगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मंत्रालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई मुख्यमंत्री परिषद की बैठक की जानकारी मंत्रियों-अधिकारियों से साझा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि विकास और जनकल्याण के लिए देश में संचालित विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं में मध्य प्रदेश अग्रणी स्थान पर है।
राजस्व बढ़ाने पर फोकस
इस समय सरकार का फोकस राजस्व बढ़ाने पर भी है। इसलिए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी योजनाओं में हितग्राहियों को सीधे खाते में लाभ दिया जाना है। इसके लिए तैयारी करें। बायोमेट्रिक सत्यापन की प्रक्रिया शासकीय कार्यालयों और स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ करें। जीएसटी का दायरा बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के जन्म तिथि 17 सितंबर से सेवा पखवाड़ा मनाया जाएगा। वहीं सीएम ने निर्देश भी दिए कि उद्योगों से सामाजिक दायित्व के तहत प्राप्त संसाधनों का उपयोग किया जाए। जिन नगरों और ग्रामों में गौरव दिवस होना शेष है, वहां तिथि निर्धारित कर कार्यक्रम किए जाएं। सभी स्कूलों में शिक्षकों की फोटो लगवाना भी सुनिश्चित करें और कॉलेजों की रैंकिंग व्यवस्था लागू हो। खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य योजना बनाई जाए। फिजियोथेरेपी और योग को जोडऩे के लिए विभाग कार्ययोजना बनाएं राशन कार्ड के परीक्षण का अभियान चलाकर फर्जी राशन कार्ड निरस्त किए जाएं राशन दुकान आवंटित करने कार्ययोजना बनाई जाए। प्रदेश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर एक जिला एक उत्पाद की सामग्री के स्टाल लगाए जाएं।
योजनाओं की होगी समीक्षा
चिंतन शिविर में योजनाओं की भी समीक्षा होगी। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास, अमृत सरोवर के निर्माण में दान की राशि मातृ वंदना और प्रधानमंत्री पथ विक्रेता योजना में मध्य प्रदेश की उपलब्धि के साथ नगरों और ग्रामों का गौरव दिवस मनाने और चिकित्सा पाठ्यक्रम की पुस्तकें हिंदी में प्रकाशित करने की भी प्रशंसा की। उन्होंने यह पुस्तकें अन्य राज्यों को भेजने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप जनकल्याण के कार्यक्रम और योजनाओं में प्रत्येक पात्र व्यक्ति को समय सीमा में लाभ मिले इसके लिए लक्ष्य प्राप्ति की साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक आधार पर समीक्षा की जाए।

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