40 साल पुराने तरीके से अब नहीं जीते जा सकते चुनाव: कमलनाथ

कमलनाथ

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक बार फिर से पुनर्जीवित हुई है। काफी समय बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सभाओं में उमड़ने वाला जनसमूह इसका प्रमाण है। हालांकि आज राजनीति के तौर-तरीके बदल गए हैं। जमाना इंटरनेट मीडिया का है। आज मतदाता इंटरनेट मीडिया का 90 प्रतिशत इस्तेमाल करता है। उसे हमें कुछ बताने की जरूरत नहीं है। अब तो वह हमें बताता है। यानी वर्तमान समय में 40 साल पुराने तरीके से अब चुनाव नहीं जीते जा सकते हैं। मतदाता के बीच उपस्थिति और अपनी बात पहुंचाने के लिए इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहना जरूरी है। यह बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘बिच्छू डॉट कॉम’ से विशेष बातचीत में कही।  गौरतलब है कि वर्तमान समय में कमलनाथ कांग्रेस की पतवार बने हुए हैं। आलाकमान उनका देशभर में पार्टी के नेताओं के बीच और दूसरी पार्टियों से समन्वय के लिए उपयोग कर रहा है। इसी सिलसिले में कमलनाथ पिछले महीने उत्तर प्रदेश के दौरे पर भी गए थे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनकी मुलाकात भी हुई थी। इस मुलाकात और पार्टी की भावी रणनीति पर वह कहते हैं कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा हो या कांग्रेस, दोनों पार्टियों की गरज होगी तो ही गठबंधन होगा। हमने अपने विकल्प खुले रखे हैं और सभी संभावनाओं को टटोला जा रहा है। यदि सपा गठबंधन की आवश्यकता महसूस करेगी तो हम बातचीत करेंगे।
कांग्रेस के आयोजनों में सभी वर्ग के लोग आते हैं
उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी वर्ग विशेष नहीं बल्कि सभी के लिए राजनीति करती है। जहां अन्य दलों के कार्यक्रमों में वर्ग विशेष के लोग आते हैं, लेकिन प्रियंका जी के कार्यक्रम में सभी वर्ग की महिलाएं आ रही हैं। उनका वोट 50 प्रतिशत है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में जबरदस्त माहौल बनाया है। महिलाओं में जागरूकता आई है। बस अब जरूरत है कि इसे वोट में तब्दील किया जाए। कमलनाथ ने कहा कि मैं तो उस उत्तर प्रदेश को जानता हूं, जहां हमारा वोट शेयर 48 प्रतिशत था, पर आज बहुत कम है। लेकिन माहौल बदल रहा है। कांग्रेस का दम दिखने लगा है।
मोदी-शाह को मैं शिवराज से बेहतर जानता हूं
एक सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है। राजनीति अपनी जगह है और निजी संबंध अपनी जगह। मैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी जानता हूं और शायद शिवराज जी से बेहतर जानता हूं। लंबे समय तक काम करते-करते संबंध बन ही जाते हैं। मैं रिश्तों की ब्रांडिंग नहीं करता हूं और न ही राजनीति के कारण किसी से दुश्मनी करता हूं।
शिवराज सरकार के कारण पंचायत चुनाव निरस्त
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र में पंचायत चुनाव शिवराज सरकार के कारण निरस्त हुआ है। पंचायत चुनाव का परिसीमन हमने किया और रोटेशन भी किया। उस व्यवस्था को समाप्त करने के लिए अध्यादेश तो शिवराज सरकार ही लाई थी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा मेडिकल पाठ्यक्रम में प्रवेश की राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा के आल इंडिया कोटे में अन्य पिछड़ा वर्ग  को 27 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने को सही ठहराने पर उन्होंने कहा कि हम तो शुरूआत से ही कह रहे हैं कि अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। सरकारी नौकरियों में 14 से बढ़ाकर 27 प्रतिशित आरक्षण देने की व्यवस्था हमने बनाई।
पार्टी में न विवाद, न असंतोष
कमलनाथ ने कहा कि आज देशभर में कांग्रेस एकजुट है। कांग्रेस में असंतुष्टों के जी-23 गुट को लेकर उन्होंने कहा कि अब विवाद की कोई बात नहीं रह गई है। उनका जो मुख्य मुद्दा पार्टी नेतृत्व को लेकर अनिश्चितता का था, उसका समाधान हो चुका है। पार्टी संगठन के चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि देशभर में युवा कांग्रेस की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसलिए आने वाले दिनों में कांग्रेस और मजबूत होगी।
प्रियंका के कारण यूपी में कांग्रेस हुई है पुर्नजीवित
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति पर कमलनाथ ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का मोर्चा संभालने के बाद वहां पार्टी पुर्नजीवित हुई है। काफी समय बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सभाओं में जनसमूह उमड़ता दिखा है। प्रियंका गांधी ने यूपी में कांग्रेस को मुकाबले में ला दिया है। उन्होंने माना कि यूपी में धीरे-धीरे हम कमजोर होते गए, पर आज परिस्थितियां अलग हैं। हालांकि, सभाओं के जनसमूह का वोट में तब्दील होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज राजनीति के तौर-तरीके बदल गए हैं। 40 साल पहले जैसे हम चुनाव लड़ते थे, वैसे अब नहीं लड़े जा सकते हैं। अब जमाना इंटरनेट मीडिया का है। इसलिए सभी पार्टियां और नेता इंटरनेट मीडिया पर अधिक सक्रिय हैं।

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