किफायती दाम में मिडिल क्लास को वीआईपी सफर का मजा, सुविधाओं में बेजोड़
वंदे भारत एक्सप्रेस नए भारत की वो पहचान है, जिसे देखकर देश की आर्थिक तरक्की और क्षमता का अनुभव होता है। पिछले चार सालों में वंदे भारत ने मध्यमवर्गीय परिवारों के ट्रेन में सफर करने के अंदाज को बदल दिया है। वंदे भारत मौजूदा समय में भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेनों में से एक है। यह अधिकतम 180 की रफ्तार से दौड़ सकती है। यह 100 किलोमीटर की केवल 54.6 सेकेंड्स में पकड़ सकती है और अपनी अधिकतम रफ्तार तक केवल 145 सेकेंड्स में पहुंच सकती है। वंदे भारत खासतौर पर यात्रियों को एक आरामदायक सफर का अनुभव करने के लिए डिजाइन किया गया है। ये देश की पहली ऐसी ट्रेन है, जिसकी सभी सीटों को 180 तक घुमाया जा सकता है।
इजरायली हैकर्स के दावे के बाद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम पर उठाए सवाल
इजरायल की एक जासूसी फर्म ने भारत समेत दुनिया के 30 से ज्यादा देशों के चुनाव में दखल देने का आरोप लगाया है। इस आरोप के बाद से देश में सियासी माहौल गरमाया हुआ है। इसी कड़ी में अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से ईवीएम यानी की इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन को लेकर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि अगर ईवीएम से चुनाव होते है तो वोटिंग के दौरान निकलने वाली वीवीपेट पर्ची को अलग मतपेटी में रखा जाए। इससे आसानी से गिनती भी हो सकेगी और चुनाव पर कोई सवाल भी नहीं उठाएगा।
सरकार देगी हर महीने 9,000 रुपये, छंटनी के दौर में नियमित आय की गारंटी
इस साल के बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा की गई एक घोषणा के बाद पोस्ट ऑफिस की मंथली पेंशन स्कीम के तहत मिलने वाली पेंशन/आय भी बढ़ गई है। अब इसमें निवेश करने की सीमा को लगभग दोगुना बढ़ा दिया गया है जिससे आय भी अधिक हो गई है। पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में कोई एक व्यक्ति 9 लाख रुपये का निवेश कर सकता है। पहले यह रकम केवल 4.5 लाख रुपये थी। अगर आप सिंगल अकाउंट में निवेश करते हैं तो आपको 5,325 रुपये की मासिक पेंशन मिलेगी। वहीं, अगर आप जॉइंट अकाउंट में निवेश करते हैं तो आप 15 लाख रुपये लगा सकते हैं और आपकी मासिक आय 8,875 रुपये हो जाएगी। इसमें दोनों ही खाताधारकों को समान हिस्सेदारी मिलेगी। इसे आप अपने जीवनसाथी के साथ शुरू कर सकते हैं।
एकनाथ को नहीं चाहिए शिवसेना भवन! अब पार्टी की शाखाओं पर सीएम शिंदे की नजर
चुनाव आयोग द्वारा पार्टी का नाम और सिंबल मिलने के बाद अब पार्टी की शाखाओं पर शिंदे गुट का नजर बनी हुई है। रत्नागिरी स्थित दापोली में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि दादर स्थित पार्टी मुख्यालय शिवसेना भवन को अपने कब्जे में नहीं लेंगे। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी ढांचे की रीढ़ कही जाने वालीं शाखाओं पर नियंत्रण को लेकर लड़ाई तेज होने वाली है। रत्नागिरी के दापोली में एक स्थानीय शाखा के नियंत्रण को लेकर झड़प हुई, वहीं उद्धव ठाकरे गुट के पदाधिकारियों ने कहा कि शाखा नेटवर्क अभी भी उनके साथ है और कहीं नहीं जाएगा। दूसरी ओर, कुछ पर्यवेक्षकों ने कहा कि शिंदे सेना धीरे-धीरे, चरणबद्ध तरीके से शाखाओं पर कब्जा कर सकती है।