बिहाइंड द कर्टन/अगले माह होगी पुलिस की दक्षता परीक्षा, रोक

पुलिस
  • प्रणव बजाज


अगले माह होगी पुलिस की दक्षता परीक्षा, रोक
प्रदेश में चल रही पुलिस भर्ती परिक्षापर अब गर्मी का असर पड़ गया है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भीषण गर्मी को देखते हुए अभ्याथीर्यों के दक्षता एग्जाम पर दो जून तक के लिए रोक लगा दी है। दरअसल हाल ही में इस परीक्षा के समय दो युवकों की मौत हो चुकी है। दरअसल दक्षता परीक्षा में दौड़ के साथ ही लंबी कूद से लेकर ऊंची कूद तक को कराया जाता है। इसकी जानकारी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट के माध्यम से दी है। बालाघाट के लांजी निवासी एक अभ्यार्थी की दो दिन पहले उस समय मौत हो गई थी , जब वह आठ सौ मीटर दौड़ के बाद अचानक बीमार पड़ गया था, जबकि सिवनी निवासी दूसरे की अगले दिन मौत हुई थी। खास बात यह है की दोनों को ही तबीयत खराब होने पर अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। यह परीक्षा आज 13 मई से दो जून तक के लिए स्थिगित की गई है।


भाजपा पूरी तरह से ओबीसी के साथ
ओबीसी वर्ग के साथ पूरी तरह से भाजपा खड़ी है। इस वर्ग के साथ अन्याया न हीं होने देंगे। यह कहना है सूबे के नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह का। उनका कहना है यह आयोग को तय करना है की पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव एक साथ होंगे या फिर अलग-अलग। सरकार पूरी तरह से चुनाव के लिए तैयार है। उनका आरोप है की अगर कांग्रेस न्यायालय में नहीं गई होती तो इस तरह की स्थितियां नहीं बनती। उनका कहना है की कांग्रेस की वजह से ही ओबीसी वर्ग को इन चुनावों में आरक्षण का नुकसान हुआ है। गौरतलब है की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भूपेन्द्र सिंह को ओबीसी आरक्षण के जंग की कमान सौंपी है। सिंह ही अब इस मामले में राजनैतिक और कानूनी मामलों को पूरी तरह से देखेंगे।


साहब तो खुलकर ही करते हैं
राजधानी में पदस्थ एक आला ब्यूरोक्रेट जो करते हैं खुलकर ही करते हैं। यही वजह है की साहब दूसरे साथियों की तरह खरीदारी करने दिल्ली या मुंबई नहीं जाते हैं बल्कि भोपाल में ही रहकर खरीदारी करते हैं। साहब के बारे में मशहूर है की बहुत ही अधिक रंगीन मिजाज हैं। अब हाल ही में साहब ने अपनी कई महिला मित्रों के साथ लाखों रुपए की खरीदारी एक मॉल से की है। इसके बाद साह शहर के रुफ टॉफ वाले क्लब के मुरीद भी हो गए हैं। दरअसल यह जगह रंगीन मिजाजी के लिए बेहद मशहूर है, सो साहब को पसंद आना लाजमी है। अब साहब हर कभी अपने रंगीन शैौक रने के लिए वहां पर पाए जाते हैं। वैसे भी आला ब्यूरोक्रेट हैं सो साहग को पैसों की कमी तो है नहीं सो उनके मंहगे यौंक पूरा होने में कोई दिक्कत नहीं आती है। यह बात अलग है की हर किसी की अपनी जिदंगी होती है। लेकिन साहब के पीछे जिदजले उनकी चर्चा कर चटकारे लेने में कहां पीछे रहते हैं।


साहब को जुलानिया बनने का भय
 एक समय तक सरकार की आंखों का तारा रह कर जमकर मलाई चाटने वाले एक आईपीएस अफसर अन दिनों बेहद परेशान चल रहे हैं। परेशानी की वजह है उनका समय खराब चलना। पहले उन्हें मलाईदार जगह से रुखसत होना पड़ा और अब लंबे समय से उन्हें अच्छी पदस्थापना नहीं मिल पा रही है। बात यहीं समाप्त नहीं होती है, बल्कि समय ने ऐसी पलटी गई की अब साहब के खिलाफ जांच तक शुरू हो चुकी है। साहब को डर  है की जल्द ही उनका रिटायर्डमेंट है, ऐसे में अगर यह मामला नहीं सुलझा तो कहीं उन्हें लेने के देने न पड़ जाएं। इस बीच उन्हें यह भी डर सता रहा है की नौकरी के अंतिम दिनों में कहीं सरकार उन्हें पूर्व ब्यूरोक्रेट जुलानिया की तरह की नौकरी करने पर न मजबूर कर दे। यही वजह है की साहब लगातार अपने दिन फिरने की आस लिए कई जगह पर दस्तक देते दिख जाते हैं। 

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