ऑपरेशन मुस्कान में साढ़े चार हजार बालिकाओं की हुई सुरक्षित घर वापसी

ऑपरेशन  मुस्कान

 – जनवरी 2021 में चलाए गए  ऑपरेशन  में 2444 तो दूसरे चरण में 1958 बालिकाओं को लाया गया

भोपाल/गौरव चौहान /बिच्छू डॉट कॉम। मप्र पुलिस की तत्परता और सतर्कता से  ऑपरेशन मुस्कान के तहत दो चरणों में 4402 बालिकाओं की सुरक्षित घर वापसी कराई गई है। इससे हजारों घरों में फिर से मुस्कान लौटी है।  ऑपरेशन  के तहत पड़ोसी राज्यों के साथ ही दूर-दराज के राज्यों से बालिकाओं को दस्तयाब किया गया है। पुलिस ने मप्र से 3713 तो अन्य राज्यों से 689 बालिकाओं की उनके घरों तक की राह आसान की।
गौरतलब है कि घर से लापता बालिकाओं का पता लगाने के साथ ही आरोपियों पर कार्रवाई करने मप्र में जनवरी 2021 में चलाए गए ऑपरेशन मुस्कान-1 में 2444 तो दूसरे चरण में 1958 बालिकाओं को दस्तयाब किया गया।  जांच में पता चला कि 1880 बालिकाएं नाराज होकर तो 994 प्रेम-प्रसंग के चलते लापता हुई थीं। आर्थिक तंगी के कारण 222 बालिकाओं ने घर छोड़ा था। स्वेच्छा से रिश्तेदारों के घर जाने के मामले 690 और लैंगिक शोषण के केस 252 थे।
ह्यूमन ट्रैफिकिंग वाली 7 बालिकाओं को लाया गया
जानकारी के अनुसार, पहले चरण में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जरिये राजस्थान ले गए 4 तो दूसरे चरण में तीन बालिकाओं को लाया गया। हालांकि कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एक जनवरी 2022 से 31 जनवरी तक चलाए जाने वाले आॅपरेशन के विशेष अभियान को स्थगित किया गया है। आंकड़ों के अनुसार नाराज होकर जाने वाली 1082 बच्चियों की सुरक्षित बरामदगी आॅपरेशन 1 में की गई। आॅपरेशन मुस्कान-दो में ये संख्या 798 थी। मर्जी से 690 बच्चियां घर छोड़कर गई थीं। आॅपरेशन-1 में 322 तो दो में 798 बच्चियों की घर वापसी हुई। घर वालों की इच्छा के खिलाफ आगे पढ़ाई करने 51 बच्चियों ने घर छोड़ा। 33 और 16 बच्चियों को घर वापस लाया गया। रास्ता भटकने की वजह से लापता 79 बालिकाओं को घर वापस लाया गया। मुस्कान 1 में 57 और दो में 22 की बरामदगी हुई। प्रेम प्रसंग के चलते घर से लापता हुई बालिकाओं में से 994 बालिकाओं को वापस लाया गया। ऑपरेशन मुस्कान एक में ये संख्या 502 और ऑपरेशन मुस्कान में 492 थी। आॅपरेशन मुस्कान एक और दो में मप्र के अलग-अलग शहरों और गांवों से जबरन ले जाई गईं 259 बालिकाओं की सुरक्षित बरामदगी की गई। मुस्कान एक में लैंगिक शोषण के लिए जबरन ले जाई गईं 119 तो मुस्कान दो में 133 बालिकाओं को सुरक्षित बरामदगी हुई। हालांकि इनमें से ज्यादा केस वे हैं, जिनमें घर छोडऩे की वजह प्रेम प्रसंग है, पर पीड़िताएं नाबालिग हैं। नौकरी का झांसा देकर 3 तो बंधुआ बनाई गई 4 बालिकाओं को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया। शादी का प्रलोभन देकर ले जाई गईं 13, घूमने चले जाने के कारण लापता हुईं 8 बालिकाओं के अलावा शिशु अवस्था के कारण लापता हुईं 21 बालिकाओं की  ऑपरेशन  मुस्कान के जरिए सुरक्षित घर वापसी हुई।
सबसे अधिक गुजरात से लाई गई बालिकाएं
जानकारी के अनुसार  ऑपरेशन  मुस्कान के तहत सबसे अधिक गुजरात से बालिकाओं को लाया गया। मुस्कान-1 में 83 और मुस्कान-2 में 76 बालिकाओं को लाया गया। जबकि महाराष्ट्र से कुल 132, उत्तरप्रदेश से 114, राजस्थान से 80 दिल्ली से 44, हरियाणा से 38, छत्तीसगढ़ से 32, पंजाब से 19 तेलंगाना से 17, बिहार से 8 बालिकाओं को लाया गया। वहीं सोशल मीडिया पर दोस्ती होने पर घर से लापता हुईं 21 बालिकाओं की घर वापसी हुई।  ऑपरेशन  मुस्कान एक में 12 तो ऑपरेशन मुस्कान दो में 9 बालिकाओं को उनके घर पहुंचाया गया।

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