
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। राजनीतिक पार्टियों के साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग भी चुनावी तैयारी में लगा हुआ है। इसी कड़ी में आयोग ने तीन साल से एक ही स्थान और गृह ग्राम की पंचायत में पदस्थ पंचायत सचिवों को हटाने के निर्देश दिए हैं। आयोग के निर्देशों के बाद करीब 14 हजार पंचायत सचिवों की अदला-बदली की जाएगी।
गौरतलब है कि चुनावी क्षेत्रों में एक ही स्थान पर तीन साल या उससे अधिक समय से पदस्थ सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को बदला जाता है। अब पंचायत चुनाव होने हैं। इसलिए आयोग ने इस संबंध में प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से कार्रवाई करने के लिए कहा है। इन निर्देशों के बाद करीब 14 हजार पंचायत सचिवों की अदला-बदली होगी। आयोग ने पंचायत चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। छह दिसंबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जा रहा है। इस बीच अशोकनगर जिले के गोविंद सिंह राजपूत ने पंचायत सचिवों को हटाने की मांग की है। राजपूत ने आयोग से की शिकायत में ग्राम पंचायत करैया राय का जिक्र किया है। शिकायतकर्ता के अनुसार पंचायत सचिवों के लंबे समय से एक ही स्थान पर पदस्थ होने से चुनाव प्रभावित हो सकते हैं। शिकायत पर विचार करते हुए आयोग ने कहा है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए ग्राम पंचायत सचिव को भी इस दायरे में लाया जाए। आयोग ने कहा है कि ऐसी पंचायतों से सचिवों को हटाया जाए, जिनमें उनके गृह ग्राम भी आते हैं। वहीं पिछले चार साल के दौरान लगातार तीन साल एक ही पंचायत में पदस्थ सचिव को भी हटाया जाए।
अन्य विभागों के अधिकारियों के तबादले के निर्देश
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में संभवत दिसंबर में पंचायत चुनाव की घोषणा हो सकती है। इसको देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग एक ही स्थान पर तीन साल से पदस्थ अधिकारियों को तबादले का निर्देश दे या है। इससे पहले आयोग तीन साल से एक ही स्थान पर पदस्थ उप पुलिस अधीक्षक, नगर निरीक्षण और उप नगर निरीक्षकों को हटाने के निर्देश गृह विभाग को दे चुका है। आयोग ने डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों को भी हटाने के निर्देश राजस्व विभाग को दिए थे। उधर, राज्य शासन ने नगरीय निकायों में पदस्थ 28 अधिकारियों के प्रशासनिक आधार पर तबादले कर दिए हैं और उन्हें 29 नवंबर से एक पक्षीय कार्यमुक्त भी कर दिया है। सभी अधिकारियों को एक दिसंबर को नए पदस्थापना स्थल पर पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए हैं। जिन निकायों में प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी हैं। वे नए अधिकारी के पद संभालते ही अपने मूल पद पर पदस्थ हो जाएंगे। इन 28 अधिकारियों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी, सहायक आयुक्त नगर पालिक निगम, परियोजना अधिकारी आदि शामिल हैं।