कोयले और लकड़ी के बजाए सीएनजी का उपयोग पड़ेगा महंगा

सीएनजी

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पर्यावरण संरक्षण के लिए उद्योगों को ईंधन के पारंपरिक स्वरूप कोयले और लकड़ी के बजाए सीएनजी के उपयोग का निर्देश दिया है। लेकिन उद्योगपतियों के सामने समस्या यह है कि कोयले और लकड़ी के बजाए सीएनजी का उपयोग काफी महंगा पड़ रहा है। अगर वे सीएनजी का उपयोग करते हैं तो उनके उत्पादों की कीमत में बेतहासा वृद्धि होगी। इस कारण अधिकांश उद्योगपति सीएनजी का उपयोग करने से कतरा रहे हैं। गौरतलब है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए उद्योगों को ईंधन के पारंपरिक स्वरूप कोयले और लकड़ी के बजाए सीएनजी पर शिफ्ट होने की हिदायत मिली है। उद्योगपति भी गैस ईंधन से फैक्ट्रियां चलाने को तैयार हैं, लेकिन सीएनजी की ऊंची कीमत पर्यावरण संरक्षण के संकल्प में बाधा बन रही है। देश में सबसे महंगी सीएनजी मप्र में मिलती है। इंदौर में सीएनजी सप्लाई करने वाले एक व्यापारी  ने इसकी पुष्टि की है कि सीएनजी की इन कीमतों से हमारे यहां के उद्योगों की उत्पादन लागत में 15 से 20 फीसदी तक का इजाफा हो जाएगा। माल महंगा होने पर विदेशों से तो दूर, देश की औद्योगिक प्रतिस्पर्धा से भी हम बाहर हो जाएंगे। पर्यावरण संरक्षण के साथ उद्योगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार को इस बारे में हल निकालना होगा। लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष शिवनारायण शर्मा के अनुसार कोयले और लकड़ी की जगह उद्योगों को गैस से उत्पादन करने प्लांट को अपडेट करना होगा। छोटे उद्योगों को औसतन 10 से 12 लाख रुपए फिक्स चार्ज लगेगा।
कोयला से सात गुना तक महंगा सीएनजी
उद्योगपति अमित धाकड़ का कहना है कि रोलिंग मिल, मेटल, कन्फेक्शनरी, फूड प्रोसेसिंग, प्लास्टिक उद्योगों में 10 से 14 रुपए प्रति किलो तक कोयला या 4 से 6 रुपए किलो तक की लकड़ी का इस्तेमाल होता है। सीएनजी करीब 77 रुपए किलो है। इतना अंतर आने पर लागत बढ़ेगी। उधर, एआइएमपी के उपाध्यक्ष योगेश मेहता का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए उद्योग जगत सीएनजी पर शिफ्ट होने के लिए तैयार है, लेकिन सरकार हमारी वास्तविक परेशानियों को समझ कर मदद करे। सीएनजी के दाम कम करने उसे जीएसटी में शामिल करे, उसकी सप्लाई सुलभ  हो। उद्योग तक सप्लाई में लगने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर में मदद करें।
मप्र में सबसे महंगी सीएनजी
सीएनजी देश में सबसे महंगी मप्र में है। इंदौर में सीएनजी 77 रुपए किलो है, वहीं ग्वालियर में 73 रूपए। जबकि दिल्ली में 54.04 रुपए किलो, अहमदाबाद में 64.99 रुपए किलो, वडोदरा में 61.45 रुपए किलो, फरीदाबाद में 59.99 रुपए किलो, मुंबई में 66 रुपए किलो, अमृतसर में 71.28 रुपए किलो, अजमेर में 67.28 रुपए किलो, और लखनऊ में 68.10 रुपए किलो है। ट्रांसपोर्टेशन चार्ज के चलते शहरों के रेट में भी अंतर रहता है।

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