आठ अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्रों पर तीन करोड़ खर्च

शिव सरकार

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। राजधानी के काटजू अस्पताल सहित प्रदेश के आठ अस्पतालों में शिव सरकार ऑक्सीजन प्लांटों की स्थापना करवा रही है। इन पर लगभग तीन करोड़ रुपए की लागत आ रही है जिसका भुगतान निजी कंपनी को कर दिया गया है। यह काम कोयंबटूर की मेसर्स ट्राइडेंट न्यूमेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। इस कंपनी को राशि का भुगतान मुख्यमंत्री सहायता कोष से किया गया है। यह ऑक्सीजन प्लांट बालाघाट, छिंदवाड़ा, दतिया, जबलपुर, बड़वानी, शहडोल, सतना और भोपाल के काटजू सिविल अस्पताल में स्थापित किया जाना है। इसी तरह से कोरोना काल की इस दूसरी लहर में रेमडेसिविर सहित अन्य इंजेक्शनों की भी जल्द उपलब्धता के लिए कंपनियों से सीधी खरीदी की गई है। इसका 35 करोड़ रुपए का भुगतान भी मुख्यमंत्री सहायता कोष से किया गया। इसके अलावा ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए रेल और वायु मार्ग से टैंकर लाने ले जाने पर भी सरकार द्वारा बड़ी रकम खर्च की गई है। इसका भुगतान सरकार द्वारा राज्य आपदा कोष से किया जाएगा। इस खर्च का आज कैबिनेट में अनुमोदन किया जाना है। इसके लिए  स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रस्ताव पेश करने की तैयारी कर ली गई है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंगलवार को होने वाली बैठक में इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए किए गए इंतजामों के अन्य भुगतान संबंधी प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए जाएंगे। दरअसल विभाग द्वारा कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों को मई अंत तक 2.28 लाख रेमडेसिवीर इंजेक्शन की जरूरत का आंकलन किया गया था। इनमें से एक लाख 30 हजार इंजेक्शन माइलेन लैब से बिना निविदा के एक हजार 568 रुपये प्रति नग के हिसाब से खरीदे गए। इसके लिए 20.38 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि का भुगतान मुख्यमंत्री राहत कोष से किया गया, जबकि केडिला से 49 हजार 560 इंजेक्शन 805 रुपये प्रति नग के हिसाब से खरीदे गए।

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