सरकारी स्कूलों में शुरू होंगी सुपर सेक्शन क्लास

सरकारी स्कूलों
  • कमजोर विद्यार्थियों को टॉप तक पहुंचाने का नया प्रयोग

भोपा/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों के कमजोर विद्यार्थियों को टॉप तक पहुंचाने के लिए नया प्रयोग शुरू किया है। अब नवमी के फेल विद्यार्थियों के लिए अलग से कक्षाएं लगाई जाएंगी। इन कक्षाओं को सुपर सेक्शन क्लास नाम दिया गया है। विभाग की मंशा है कि सुपर सेक्शन में सिर्फ नवीं के फेल विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। इन विद्यार्थियों के साथ शिक्षक अलग से मेहनत कर परीक्षा में टॉप तक पहुंचाएंगे।
दरअसल, बोर्ड परीक्षाओं के खराब होते रिजल्ट को देखते हुए राज्य ओपन मुक्त परिषद ने फेल विद्यार्थियों की स्पेशल पढ़ाई कराकर पास कराने की जिम्मेदारी ली है। राज्य ओपन प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों में सुपर सेक्शन क्लासें शुरू कर रहा है। इसमें सिर्फ नवीं के फेल विद्यार्थियों की अलग से पढ़ाई करवाई जाएगी। इसके लिए अलग से प्रति विद्यार्थी को 24 सौ रुपए फीस भी देना होगी।
राज्य ओपन ने ली जिम्मेदारी
लोक शिक्षण संचालनालय का जिम्मे नवमी से बारहवीं तक पढ़ाई होती है। दसवीं-बारहवीं के फेल विद्यार्थियों के लिए लोक शिक्षण संचालनालय कुछ नहीं कर पाया। वह फेल विद्यार्थियों को पढ़कर पास कराने में अक्षम रहा। इसे देखते हुए दसवीं-बारहवीं में फेल विद्यार्थियों के लिए राज्य ओपन स्कूल ने रुक जाना नहीं योजना शुरू की। अब नवमी के फेल विद्यार्थियों को भी लोक शिक्षण पढ़ाने में अक्षम रहा है। यह जिम्मेदारी भी राज्य ओपन ने ले ली है। राज्य ओपन प्रदेश के सभी हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों में नवमी के फेल विद्यार्थियों के लिए अलग से सेक्शन शुरू करेगा। इन विद्यार्थियों की राज्य ओपन बारहवीं तक पढ़ाई करवाएगा। साथ ही इन विद्यार्थियों की परीक्षा भी लेगा। जिला स्तर पर स्थित मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के ईएफए विद्यालय के प्राचार्य इसके प्रभारी होंगे। इसके नोडल अधिकारी जिले के उन स्कूलों का एक दल बनाएंगे, जहां सुपर सेक्शन के विद्यार्थियों की शिक्षण व्यवस्था की जा रही है। उक्त नोडल अधिकारी योजना को क्रियान्वित किए जाने में समन्वय का कार्य करेंगे। जिन विद्यालयों में 30 या इससे अधिक विद्यार्थी अनुतीर्ण है। उनके लिए समय सारिणी में पृथक वर्ग की व्यवस्था की जाएगी।
साढ़े नौ हजार सरकारी स्कूलों में सुपर सेक्शन
 विभाग की मंशानुसार सुपर सेक्शन की क्लासें प्रदेश के साढ़े नौ हजार सरकारी स्कूलों में नवमीं से शुरू की जाएगी। इस सेक्शन में विद्यार्थियों के टीचिंग मटेरियल से लेकर पढ़ाई तक की व्यवस्था राज्य ओपन करेगा। प्रदेश के जिन सरकारी स्कूलों में नवमीं क्लास में तीस या उससे अधिक विद्यार्थी फेल हुए, उन स्कूलों में सुपर सेक्शन शुरू होगा। इन विद्यार्थियों की नवमी में नीव मजबूत की जाएगी। इन्हें दसवीं की परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। गौरतलब है कि लोक शिक्षण संचनालय की नवमी की परीक्षा बीती फरवरी में आयोजित की गई थी। इसमें नवमी का परीक्षा परिणाम 63 फीसदी रहा है। नवमी कक्षा में 693904 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें 440236 विद्यार्थी पास हुए है। 51550 विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री मिली है। 202118 विद्यार्थी फेल हुए है।
प्रति विद्यार्थी 2400 शुल्क
शिक्षण का कार्य विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा ही किया जाएगा। शाला के प्रत्येक शिक्षक कम से कम 20 विद्यार्थियों से संपर्क कर उन्हें शाला आने के लिए प्रेरित करेंगेे। इस योजना में शामिल होने का विकल्प स्वैच्छिक होगा। उक्त योजनान्तर्गत अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को सरल तरीके से अध्यापन कराया जाएगा ताकि उनका आधार मजबूत हो सकें। राज्य मुक्त बोर्ड द्वारा त्रैमासिक, अद्र्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन तथा शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके लिए प्रति विद्यार्थी 2400 शुल्क निर्धारित किया गया है।

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