प्रदेश की आधी आबादी को वोटतंत्र में… तब्दील किया शिवराज ने

  • अब दी लाड़ली लक्ष्मी योजना की सौगात
  • अपूर्व चतुर्वेदी

मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं, जिनके द्वारा आधी आबादी को वोटतंत्र में पूरी तरह से तब्दील कर दिया गया है। इसकी वजह है उनकी अपनी कार्यशैली। वे इस आबादी के साथ न केवल भावनात्मक रुप से जुड़े हुए हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं के माध्यम से भी उन्हें अपने साथ लगातार जोड़े रखते हैं। इसकी वजह है उनके शासन काल में समय -समय पर इनके लिए शुरु होने वाली एक के बाद एक योजना। प्रदेश में कन्या जन्म से लेकर उसकी शादी और फिर उसके बुढ़ापे तक में आर्थिक मदद के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके अलावा महिलाओं को राजनैतिक व आर्थिक क्षेत्र में संबल प्रदान करने का श्रेय भी शिवराज को ही जाता है। भाजपा की प्रदेश में ताकत भी इसकी वजह से यही आधी आबादी बनी हुई है।
अब एक बार फिर से शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस मामले में एक कदम आगे बढ़ाते हुए आज अपने जन्मदिन के अवसर पर लाड़ली बहना योजना लॉन्च कर दी है। माना जा रहा है कि इससे प्रदेश की करीब एक करोड़ महिलाएं लाभान्वित होंगी। जो करीब प्रदेश के मतदाताओं का 20 फीसदी होती हैं। यानि की चुनावी साल में यह शिवराज सिंह चौहान का मास्टर स्ट्रोक है, जिसकी काट किसी अन्य दल के पास नही है। जब यह योजना लांच की गई तो इसकी साक्षी सूबे की करीब एक लाख महिलाएं बनी हैं। बेहद अहम बात यह है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को सरकारी दफ्तरों में भटकना नहीं पड़ेगा, बल्कि कर्मचारियों की टीम गांव-गांव और वार्डों में पहुंचकर आवेदन भरवाएगी। इस योजना के सहारे ही अब प्रदेश में भाजपा ने चुनावी जीत की रणनीति तैयार की है। यही वजह है कि लाड़ली बहना योजना को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी कर ली गई है। चुनाव में सियासी फायदे के लिए इस योजना का भरपूर उपयोग करने के लिए ही प्रदेश में 1700 सभाएं की जाएंगी। इस योजना के तहत प्रत्येक पात्र महिला को एक हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। यानी एक साल में 12 हजार रुपए उनके पास आएंगे। महिलाओं के लिए अब तक की यह सबसे बड़ी योजना है।
ढाई करोड़ हैं महिला मतदाता
सूबे में मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 39 लाख 85 हजार 876 है। इनमें महिला वोटर ज्यादा हैं। इनकी संख्या 2 करोड़ 60 लाख 23 हजार 733 है, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 79 लाख 62 हजार 711 है। शेष अन्य मतदाता हैं।
इस तरह की संचालित योजनाएं
प्रदेश में आधी आबाधी यानि की महिलाओं के लिए कई तरह की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, इनमें लाड़ली लक्ष्मी योजना , कन्या विवाह योजना से लेकर उनको आर्थिक रुप से सक्षम बनाने की कई योजनाएं हैं। यही नहीं छात्राओं के लिए भी कई तरह की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। हाल ही में सरकार ने छात्राओं को स्कूटी देने का भी एलान किया है।
नहीं चाहिए आय और मूल निवासी प्रमाण-पत्र
योजना का लाभ लेने के लिए आय और मूल निवासी प्रमाण-पत्र की जरूरत नहीं होगी। फॉर्म में स्वघोषित आय को ही प्रमाण माना जा सकता है। जबकि आधार और समग्र आईडी होने से मूल निवासी प्रमाण-पत्र की भी जरूरत नहीं होगी। ग्रामीण इलाकों में योजना के लिए जरूरी दस्तावेजों को लेकर भ्रम के कारण लोकसेवा केंद्रों पर आय-मूल निवासी प्रमाण-पत्र के लिए महिला आवेदकों की संख्या कई गुना बढ़ गई है।

Related Articles