भाजपा आलाकमान के सामने चुनौती, कुर्सी एक, दावेदार अनेक…

  • गौरव चौहान
भाजपा आलाकमान

कौन बनेगा मुख्यमंत्री? जी हां तीन राज्यों में बीजेपी की जीत वाली हैट्रिक के साथ, अब यही सवाल सबसे बड़ा है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लोग, अब ये जानना चाहते हैं कि उनके प्रदेश का मुखिया कौन होगा? तो इन तीनों राज्यों में बीजेपी की जीत के भागीदार, चेहरे भी सोच रहे हैं, कि आलाकमान, किसको कमान देने वाले हैं। दिल्ली में माथापच्ची चल रही है और सीएम के लिए सस्पेंस लगातार बना हुआ है। आज बीजेपी की जीत का तीसरा दिन है। ऐसे में यह जान लेते हैं कि आखिर बीजेपी के अंदर मुख्यमंत्री के नामों को लेकर किसकी चर्चा सबसे तेज है और कौन से राज्य में किस चेहरे पर मुहर लग सकती है। सबसे पहले बात मप्र की करते हैं।
मध्य प्रदेश में चार नेता दौड़ में
मध्य प्रदेश में अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा। इसके लिए दिल्ली में मंथन चल रहा है। इस लिस्ट में….
पहला नाम- शिवराज सिंह चौहान का है।
दूसरा नाम- नरेंद्र सिंह तोमर का है।
तीसरा नाम- प्रह्लाद पटेल का है।
चौथा नाम- वीडी शर्मा का है।
बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी यूपी फॉर्मूले पर भी काम कर सकती है। चर्चा है कि एमपी में भी एक सीएम और दो डेप्युटी सीएम हो सकते हैं। तीन अहम पदों के जरिए बीजेपी, एमपी में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश कर सकती है।
राजस्थान में 5 चेहरे सामने
पहला- वसुंधरा राजे सिंधिया
दूसरा- बाबा बालकनाथ योगी
तीसरा- गजेंद्र सिंह शेखावत
चौथा नाम- दीया कुमारी
पांचवा नाम- अश्विनी वैष्णव
अब इन 5 चेहरों में से केंद्रीय नेतृत्व किसे चुनता है, यही जनता जानना चाहती है। वसुंधरा राजे सिंधिया ने  सस्पेंस बढ़ा रखा है, उनके घर लगातार विधायक पहुंच रहे हैं। लेकिन सूत्रों की मानें तो राजस्थान में ऊपरी स्तर पर मुख्यमंत्री का नाम तय हो चुका है।
बात छत्तीसगढ़ की….
भूपेश बघेल का किला ढहने के बाद, यहां भी बीजेपी में सीएम को लेकर तगड़ा सस्पेंस बरकरार है। छत्तीसगढ़ से सीएम की रेस में जो चेहरे हैं, वो आपको दिखाते हैं…
पहला नाम- रमन सिंह
दूसरा नाम- अरुण साय
तीसरा नाम- विष्णुदेव साय
चौथा नाम- ओपी चौधरी
क्या मामा शिवराज पांचवी बार बनेंगे सीएम?
मध्य प्रदेश में दावेदार कई हैं, और सभी पीएम मोदी की उस लिस्ट में अपना नाम देखना चाहते हैं, जिस पर मुख्यमंत्री के लिए टिक लगने वाला है। ये सच है कि मध्य प्रदेश का चुनाव, सिर्फ और सिर्फ पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा गया है। फिर भी जिन-जिन नेताओं के नाम, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के लिए चल रहे हैं, उनमें सबसे ज्यादा मार्केटिंग शिवराज सिंह चौहान ही कर रहे हैं। शिवराज सिंह ने सोमवार को लाड़ली बहनाओं के बीच में भोजन भी किया। मध्य प्रदेश में जीत का श्रेय महिला वोटरों को दिया जा रहा है और ये भी कहा जा रहा है कि इसमें शिवराज सिंह की योजनाओं का भी योगदान है। ऐसे में शिवराज कहते हैं कि उन्हें बहनों ने बुलाया, तो वो चले आए। हालांकि शिवराज ने एक बहुत बड़ी बात कह दी है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वो सीएम पद के दावेदार नहीं हैं। जबकि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के अलावा जिन नामों की चर्चा है, वो एक ही बात कह रहे हैं, केंद्रीय नेतृत्व जो फैसला करेगा, वो मंजूर होगा।
राजस्थान में सबसे ज्यादा हलचल
मुख्यमंत्री के नाम को लेकर, तीनों राज्यों में सबसे ज्यादा कहीं हलचल है, तो वो है राजस्थान। बात यहां तक पहुंच गई है कि वसुंधरा राजे विधायकों से बातचीत कर रही है, उनसे मिल रही हैं। या कहें कि वसुंधरा राजे शक्ति प्रदर्शन कर रही हैं। लेकिन सीएम कौन होगा, ये केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा। वैसे कई नेता दावा कर रहे हैं कि राजस्थान से मुख्यमंत्री के लिए बेहद चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है। राजस्थान में बीजेपी ने 115 सीटें जीतकर, यहां के रिवाज को कायम रखा है, रिवाज ये कि हर 5 साल बाद राजस्थान में सरकार बदलती है। लेकिन अब इस रिवाज का ताज किसके सिर पर सजेगा, पेंच इसी पर फंसा है और इसी कड़ी में वसुंधरा राजे सिंधिया ने जयपुर में शक्ति प्रदर्शन कर दिया है। जिस तरह से वसुंधरा के आवास पर विधायक पहुंच रहे हैं, इससे ये भी माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे को कहीं ये एहसास तो नहीं हो गया है कि , इस बार पार्टी हाईकमान राजस्थान के लिए नया चेहरा ला रही है। ऐसे में सूत्रों से खबर आ रही है कि वसुंधरा राजे ने 68 विधायकों से बात की है, और 28 विधायकों से मुलाकात की है। आपको बता दें कि वसुंधरा राजे, दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी है।
छत्तीसगढ़ भी आलाकमान के भरोसे
2024 के इस सेमीफाइनल में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली है, छत्तीसगढ़ में भी 90 में से 54 सीटों पर बीजेपी ने कमल खिलाया है और 2018 में 68 सीटें पाने वाली कांग्रेस महज 35 सीटों पर सिमट गई है। अब मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सस्पेंस छत्तीसगढ़ में भी बना हुआ है। छत्तीसगढ़ में फिर से रमन सिंह का नाम सामने है तो अरुण साय, विष्णुदेव साय और ओपी चौधरी के नामों को लेकर भी चर्चा तेज है। खबरें यही हैं कि बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह को गुड बुक में अरुण साय का नाम है, साथ ही अरुण साय संघ की भी पसंद कहे जा रहे हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ से किसके नाम पर मुहर लगती है, इसके पत्ते भी नहीं खुले हैं। अब बात तेलंगाना की करते हैं, 5 राज्यों के चुनावों में कांग्रेस को तेलंगाना में जीत मिली है और तेलंगाना में मुख्यमंत्री की कुर्सी रेवंत रेड्डी को मिलने जा रही है। राहुल गांधी ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है। दिल्ली में पार्टी की बैठक में रेवंत रेड्डी को सीएम बनाने पर फैसला लिया गया। अब 7 दिसंबर को रेवंत रेड्डी सीएम की शपथ लेंगे।

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