
- बिजली उपभोक्ताओं को झटका
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र के बिजली उपभोक्ताओं को झटका लगने वाला है। जून के बिजली बिल में उपभोक्ताओं से 2.52 फीसदी की अतिरिक्त वसूली होगी। उपभोक्ताओं से यह बिल फ्यूल एंड पावर पर्चेस एडजस्टमेंट सरचार्ज (एफपीपीएएस) के तौर पर लिया जाएगा। गौरतलब है कि अभी पिछले महीने ही उपभोक्ताओं को जोर का झटका लगा है। बिजली की नई दर लागू होने के कारण प्रति यूनिट 25 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। अब जून में फ्यूल एंड पावर पर्चेस एडजस्टमेंट सरचार्ज भी बिल में जुड़ कर आएगा। यानी बिजली उपभोक्ताओं के लिए गर्मी काफी भारी रहेगी। इसमें एक तो बिजली की खपत ज्यादा होगी और ऊपर से बिजली की दरों में भी इजाफा होने से उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
प्रदेश में गर्मी में बिजली खपत ज्यादा होने से उपभोक्ताओं का तीन से चार गुना अधिक बिल आ रहा है। वहीं हर महीने बिजली कंपनियां फ्यूल एंड पावर पर्चेस एडजस्टमेंट सरचार्ज (एफपीपीएएस) भी अलग से जोड़ रही हैं। इस बार बिजली कंपनियों ने 2.52 फीसदी एफपीपीएएस लगाया है। इससे अगले महीने बिजली उपभोक्ताओं का बिजली बिल ज्यादा बढक़र आएगा। प्रदेश में बिजली का नया टैरिफ 1 अप्रैल से लागू हो चुका है। इससे भी बिजली बिलों में इजाफा हो गया है। वहीं गर्मी में बिजली खपत अधिक होने से ज्यादातर बिजली उपभोक्ता सब्सिडी के दायरे में बाहर हो जाते हैं। इससे उनका बिजली बिल तीन से चार गुना तक बढ़ जाता है। अब एफपीपीएएस भी बढ़ गया है। इससे बिजली बिल में और अधिक इजाफा होगा।
दो साल पहले लागू की थी एफपीपीएएस व्यवस्था
बिजली कंपनियों ने दो साल पहले यह व्यवस्था लागू की थी। इसके तहत हर महीने फ्यूल एंड पावर पर्चेस एडजेस्टमेंट सरचार्ज जोड़ा जाता है। कई बार इसमें कमी भी होती है, लेकिन ज्यादातर यह चार्ज बढ़ाया जाता है। इससे बिजली बिलों में इजाफा हो जाता है। दरअसल केंद्र सरकार ने घाटे के आधार पर फ्यूल एंड पावर पर्चेस एडजेस्टमेंट सरचार्ज (एफपीपीएएस) वसूलने के अधिकार बिजली कंपनियों को दिए हैं। इस सरचार्ज की गणना प्रत्येक महीने की 24 तारीख होती है। बिजली कंपनियों द्वारा दो साल से हर महीने सरचार्ज वसूला जा रहा है। हर महीने चार्ज वसूलने पर भी बिजली कंपनियों को फायदा हो रहा है। इसके बाद भी कंपनियों का घाटा कम नहीं हो रहा है। बिजली कंपनियों ने 4107.18 करोड़ का घाटा बताते हुए बिजली के मौजूदा टैरिफ में 7.52 फीसदी इजाफा करने की मांग की थी। इसके बदले आयोग ने 3.46 फीसदी इजाफा किया है। बिजली कंपनियों ने साल 2025-26 के लिए 58744.15 करोड़ के राजस्व की आवश्यकता बताई थी। कंपनी के मुताबिक प्रचलित दरों पर 54636 करोड़ का राजस्व मिलेगा। इससे बिजली कंपनियों को 4107.18 करोड़ का नुकसान होगा। इसकी भरपाई के लिए कंपनियों ने टैरिफ बढ़ाने की मांग की थी।
उपाय एप से बिजली गुल की भी शिकायत
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने सभी प्रक्रियाओं को ऑनलाइन कर रही है। बिजली कंपनी ने अपने उपाय एप को अधिक अपडेट कर दिया है। उपाय एप के जरिए विद्युत संबंधी अनेक तरह की शिकायतों का समाधान किया जा रहा है। कंपनी ने कहा है कि आंधी, तूफान एवं अन्य कारणों से होने वाले विद्युत व्यवधान के निराकरण के लिए भी उपभोक्ता उपाय एप पर शिकायत कर सकते हैं। कंपनी ने बताया है कि बिजली उपभोक्ता गूगल प्ले स्टोर से इस एप को नि:शुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। गौरतलब है कि उपभोक्ता मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के उपाय एप के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करने के साथ ही शिकायत की स्थिति भी जान सकते हैं। बिजली कंपनी ने कहा है कि उपभोक्ताओं के लिए उपाय एप के माध्यम से कई फायदे हो सकते हैं, जैसे उपाय एप के रजिस्टर कंम्पलेंट ऑप्शन्स की सहायता से विद्युत व्यवधान या बिल संबंधी शिकायत दर्ज कर शिकायत क्रमांक प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद उपभोक्ता दर्ज शिकायत के निराकरण की स्थिति भी उपाय एप के माध्यम से जान सकते हैं। वहीं उपभोक्ता अपने वर्तमान बिल को डाउनलोड करने के साथ ही बिल भुगतान भी कर सकते हैं। उपाय एप से बिल का भुगतान करने पर उपभोक्ताओं को बिल डेस्क, एचडीएफसी बैंक, पे-यू, गूगल पे, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, भीम यूपीआई, नेट बैंकिंग आदि ऑप्शन्स प्राप्त होते हैं।