बिच्छू डॉट कॉम। देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने पीएम मोदी को भीमराव आम्बेडकर का सच्चा अनुयायी बताया है। इसके साथ-साथ पूर्व राष्ट्रपति ने उन पहलुओं को भी गिनाया है जिनकी शुरुआत केंद्र सरकार की ओर से शिक्षा, श्रमिक कल्याण, महिला सशक्तिकरण और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए की गई है। अपने संबोधन में पूर्व राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को आम्बेडकर के सपने के अनुरूप बताया है। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भीमराव आम्बेडकर के सच्चे अनुयायी हैं और वह समाज सुधारक के सपनों को हकीकत में तब्दील करने की दिशा में काम कर रहे हैं। वहीं, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का भी ज़िक्र करते हुए कहा कि ये आम्बेडकर के सपने के अनुरूप ही किया गया है।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ‘बाबासाहेब ने संविधान सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। बाद में, जटिल घटनाक्रम हुआ तो जम्मू- कश्मीर को विशेष दर्जा दिया गया, जो बाबासाहेब की इच्छा के विरुद्ध था।’ उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के संबंध में यह असमानता अगस्त 2019 में मोदी सरकार के प्रयासों के बाद खत्म कर दी गई। कोविंद ने कहा, ‘यह आदेश बाबासाहेब के आदर्शों को भी पूरा करता है। मैं भाग्यशाली था कि मुझे भारत के राष्ट्रपति के रूप में इस आदेश पर हस्ताक्षर करने का मौका मिला।’ पूर्व राष्ट्रपति ने ‘आम्बेडकर एवं मोदी: रिफॉर्मर्स आईडियाज़ परफॉर्म्स इम्प्लीमेंटेशन’ नामक किताब के विमोचन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि नेताओं के एक बड़े वर्ग ने कहा कि हमें कहना चाहिए कि हम पहले भारतीय हैं और बाद में हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई हैं। लेकिन बाबासाहेब की सोच उच्च स्तर की थी।
कोविंद के मुताबिक, उन्होंने (आम्बेडकर) जोर देकर कहा कि हमें कहना चाहिए कि हम पहले भारतीय हैं, बाद में भारतीय हैं और अंत तक भारतीय हैं। भारतीयता ही हमारी असली पहचान है और धर्म, जाति और संप्रदाय का कोई स्थान नहीं है। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी भी पहले भारत की बात करते हैं। जैसा कि बाबासाहेब ने कहा था कि हम पहले भारतीय हैं, बाद में भारतीय और अंत तक भारतीय हैं, प्रधानमंत्री मोदी भी पहले भारत कहते हैं। मोदी बाबासाहेब के सपनों को साकार कर रहे हैं।’