
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संसद सत्र के बाद महाराष्ट्र के भाजपा सांसदों से मुलाकात की। उन्होंने सांसदों को नसीहत दी कि जनता से संपर्क बढ़ाएं और विपक्ष के झूठे प्रचार का खुलकर जवाब दें। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पहली बार संसद में चुनकर आए सदस्यों से उनका अनुभव भी जाना।
प्रधानमंत्री ने भाजपा सांसदों से केंद्रीय बजट में घोषित की गईं योजनाओं के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए कहा। इसके साथ ही विपक्ष की ओर से फैलाए जा रहे झूठ और भ्रम को दूर करने के लिए भी कहा। एक सांसद ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से बूथ स्तर तक के मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कहा। इस दौरान उन्होंने पहली बार चुनकर संसद में आए सांसद मुरलीधर मोहोल, अनुप धोत्रे, हेमंत सावरा और स्मिता वाघ से उनके अनुभव पूछे। बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पीयूष गोयल भी शामिल रहे।
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा 28 में से नौ सीटें ही जीत पाई है। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की थी। मौजूदा चुनाव भाजपा ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ लड़ा था। इसमें शिवसेना 15 में से सात सीटों पर जीत हासिल कर सकी। जबकि एनसीपी चार में से एक सीट ही जीती। महाराष्ट्र में अक्टूबर-नवंबर में होने वाला विधानसभा चुनाव भी भाजपा अपनी सहयोगी पार्टी शिवसेना और एनसीपी के साथ लड़ेगी।
नरेंद्र मोदी ने 27 जून को बिहार के सांसदों से मुलाकात की थी। उन्होंने बिहार जदयू सांसदों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी। साथ ही सांसदों से जनता तक पहुंचने के लिए कहा था। बिहार में भी इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। पीएम मोदी ने सांसदों से मुलाकात के बाद एक्स पर लिखा था कि नीतीश कुमार के नेतृत्व ने बिहार को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है। हम सुशासन के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।