
मप्र में बिजली फिर महंगी: 200 यूनिट बिजली जलाने पर 22 रुपए ज्यादा लगेंगे
बिजली कंपनी ने फ्यूल कॉस्ट एडजस्टमेंट (एफसीए) में 10 पैसे प्रति यूनिट की दर से वृद्धि की है। इस वृद्धि के बाद 200 यूनिट बिजली की खपत पर 22 रुपए अतिरिक्त चुकाने होंगे। यह दर आज यानी एक अक्टूबर से लागू होगी। बिजली कंपनियां हर तीन माह में नियामक आयोग से फ्यूल कॉस्ट का निर्धारण कराती हैं। बिजली बनाने में कोयला परिवहन और फ्यूल की कीमतों के आधार पर फ्यूल कॉस्ट की दर निर्धारित होती है। कंपनियां यह पैसा भी उपभोक्ताओं से ही वसूलती हैं। शनिवार से हुई वृद्धि के बाद उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 26 पैसे फ्यूल कॉस्ट अडजस्टमेंट देना होगा। हालांकि 100 यूनिट वालों पर फर्क नहीं पड़ेगा। बिजली कंपनियों ने एक साल में ऋउअ में 37 पैसे की बढ़ोतरी कर दी। साल भर पहले कंपनियां माइनस 17 पैसे फ्यूल कॉस्ट वसूल रही थीं। अब ये 20 पैसे प्रति यूनिट है। रिटायर्ड मुख्य अभियंता राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि बिजली कंपनी ने बिना सूचना के फ्यूल चार्ज बढ़ा दिए हैं। ये एक तरह से उपभोक्ताओं से धोखा है। बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं पर भार लाद रही हैं।
पुतिन ने ‘चाणक्य नीति’ पर चलकर कब्जा लिए यूक्रेन के 4 राज्य
रूस-यूक्रेन युद्ध के दूसरे राउंड में यूक्रेन के हाथों पिट रहे रूस ने अब अपनी रणनीति बदल दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हार को जीत में बदलने के लिए भारत की उस प्राचीन ‘चाणक्य नीति’ का सहारा लिया, जिससे सैकड़ों साल बाद आज भी दुनिया के तमाम देश खौफ खाते हैं। इसी रणनीति पर काम करते हुए रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन के 4 राज्य अपने में मिला लिए और पश्चिमी देश अपने दांत भींचने के अलावा कुछ नहीं कर पाए। ऐसे में आज इस बात को जानना जरूरी हो जाता है कि वह खतरनाक ‘चाणक्य नीति’ आखिर क्या है, जिसका इस्तेमाल कर पुतिन ने युद्ध का पासा पलट दिया है। असल में प्राचीन काल में आचार्य चाणक्य ने मगध के राजा के हाथों हुए अपने अपमान का बदला लेने के लिए अपने सहयोगी चंद्रगुप्त मौर्य की मदद से सीधे मगध पर हमला कर दिया था। नतीजा ये हुआ कि इस युद्ध में चाणक्य और चंद्रगुप्त की करारी हार हुई। इसके बाद उन्होंने रणनीति बदली। पहले धीरे-धीरे मगध की बाहरी सीमाओं को जीता।
केरल के आरएसएस नेताओं को पीएफआई से खतरा, केंद्र सरकार ने बढ़ाई सुरक्षा
पीएफआई से केरल के आरएसएस नेताओं को जान का खतरा था, एनआईए की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इसकी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी है। सूचना के बाद केंद्र सरकार ने केरल के आरएसएस के 5 नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए और आईबी की रिपोर्ट के आधार पर केरल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 5 नेताओं को वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी है। उनकी सुरक्षा में अब पैरामिलिट्री फोर्स के कमांडो तैनात होंगे। दरअसल केरल में आरएसएस नेता पीएफआई के निशाने पर हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने ऐसी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी थी। दरअसल 22 सितंबर को पीएफआई के सदस्य मोहम्मद बशीर पर रेड के दौरान एनआईए को आरएसएस नेताओं की लिस्ट मिली थी, जिसमें आरएसएस के 5 नेताओं को जान से मारने का उल्लेख था। इसी के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पांचों नेताओं को ….. कैटेगरी की सुरक्षा दी है।
अक्टूबर के पहले दिन जनता को राहत घट गए सिलेंडर के दाम
सरकारी तेल वितरण कंपनियों की ओर से शनिवार (1 अक्टूबर, 2022) को 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 36.5 रुपये तक की कटौती का ऐलान किया है। इस कमी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर का दाम घटकर 25.5 रुपये घटकर 1859.5 रुपये का हो गया है। इसके साथ ही देश के अन्य बड़े महानगरों में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में बदलाव किया गया है। कोलकाता में 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,995.50 रुपये के बजाय 1,959 रुपये होगी। मुंबई में 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,844 रुपये के बजाय 1,811.50 रुपये और चेन्नई में 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत आज से 2,045 से 2,009.50 होगी। हालांकि 14.2 किलो वाले घरेलू सिलेंडर की कीमत में कमी को लेकर कोई भी एलान नहीं किया गया है। कीमत में कटौती के ऐलान के बाद देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 25 रुपये घटकर 1,859 रुपये हो गई है। बता दें, राजघानी दिल्ली में 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 2,355 रुपये पर पहुंच गई थी।