बिहाइंड द कर्टन/फिर फ्रंट फुट पर नजर आ रहे भूपेंद्र सिंह

प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम।

भूपेंद्र सिंह

फिर फ्रंट फुट पर नजर आ रहे भूपेंद्र सिंह
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह इन दिनों प्रदेश सरकार में पूरी तरह से फ्रंट फुट पर नजर आना शुरू हो गए हैं। लगातार चौथी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद जिस तरह से शुरूआती दौर में वे एकदम से पीछे नजर आना शुरू हो गए थे, उससे उनको लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे थे, लेकिन अब बीते कुछ  समय से वे एक बार फिर से अपनी पुरानी शैली में ही काम करते नजर आने लगे हैं। उन्हें अब सरकार का संकटमोचक भी माना जाने लगा है। ओबीसी आरक्षण का मुद्दा हो या फिर कोई अन्य मामला, वे सभी में सरकार की ओर से ओपनिंग करते नजर आ रहे हैं। अब ताजा मामला नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा बुलाई गई बैठक का है। इसमें भी वे सरकार की तरफ से निर्धारित 28 सूत्रीय बिंदुओं पर मध्यप्रदेश में की गई कार्यवाही एवं एक्शन प्लान का प्रेजेंटेशन देने भेजे गए हैं। उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए नामित किया है।

अब संघ ने  किया पलटवार
संघ की अपनी कार्यपद्दती है। संघ और हिंदुओं को लेकर सवाल खड़े करने वाले आरोपों पर उसके पदाधिकारी खास मौकों पर ही उत्तर देते हैं। बीते दिनों कांग्रेस के एक नेता द्वारा हिंदुओं को सांप्रदायिक बताते हुए लगातार हमला किया जा रहा था। इसका उत्तर अब आरएसएस के अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षण प्रमुख सुनील कुलकर्णी ने गत दिवस दिया है। उन्होंने कहा है कि संघ हिन्दू समाज के संगठन का प्रयास करता है। हिंदू से अभिप्राय, इस देश में जन्मा व्यक्ति, जो इस देश की संस्कृति को अपना मानता है। हिंदू कभी साम्प्रदायिक नहीं होता। हिंदू समाज के जागरण से एक परिवर्तन आया है। अब हिंदू को सांप्रदायिक कहने वाले लोग भी स्वयं को हिंदू बता रहे हैं। स्वयं को सच्चा हिन्दू बताने की होड़ लग गई है। यह उत्तर उनके द्वारा राजधानी में हुए दो दिवसीय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भोपाल विभाग के शारीरिक एवं घोष के प्रकटोत्सव के समापन अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता के रूप में दिए गए भाषण के दौरान दिया गया।

प्रदेश के तीन धार्मिक स्थलों पर और मिलेगा सुरक्षित प्रसाद
प्रदेश में अब आधा दर्जन धार्मिक स्थलों पर भोग प्रसाद को सुरक्षित स्थान के रूप में प्रमाणित किया जाएगा। अब तक ऐसा सिर्फ तीन धार्मिक स्थानों पर ही होता था। अभी महाकाल मंदिर परिसर, शारदा मंदिर मैहर और इंदौर के खजराना गणेश मंदिर को सुरक्षित भोग प्रसाद के रूप में प्रमाणित किया जाता था। अब इसके लिए सरकारी स्तर पर कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। जिन तीन स्थलों को और इसमें शामिल किया गया है उनमें ओंकारेश्वर, कुंडलगिरी जैन मंदिर दमोह, एलआईजी गुरुद्वारा इंदौर शामिल हैं। इन तीन नए स्थलों पर भी अब उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का अमला समय- समय पर दूध, उत्पादों सहित अन्य खाद्य सामग्री के नमूने लेकर गुणवत्ता की जांच कर खाद्य सुरक्षा के संबंध में निगरानी का काम करेगा।

फिर भी विभाग नहीं कर रहा कर समायोजन आदेश जारी
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते प्रदेश में बसों का संचालन बंद रहा, जिसकी वजह से वगैर बसों का संचालन किए ही इस अवधि के कर की राशि परिवहन विभाग के पास जमा होने से झमेले में फंसी हुई है। दरअसल विभाग द्वारा यह राशि बतौर कर अग्रिम जमा कराई जाती है। बस ऑपरेटरों की मांग पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते साल के लॉकडाउन अवधि अप्रैल, मई व जून 2021 का टैक्स शून्य कर दिया था। इसके बाद भी अब तक परिवहन विभाग द्वारा समायोजन के आदेश जारी नहीं किए गए गए हैं। इसकी वजह से आपरेटरों की यह राशि परिवहन विभाग के पास झमेले में पड़ी हुई है। इस मामले में एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा का कहना है कि समायोजन आदेश जारी नहीं होने की वजह से बंद बसों पर या तो उस अवधि का कर बकाया बताया जा रहा है या फिर जिन मोटर मालिकों ने एडवांस टैक्स जमा कर दिया था उनके द्वारा भरे गए टैक्स को छह माह होने के बाद भी समायोजन के आदेश नहीं निकाले जाने से टैक्स की राशि फंसी हुई है। 

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