बिहाइंड द कर्टन/अब बच्चे पढ़ेंगे भगवान परशुराम की जीवनी

  • प्रणव बजाज
 भगवान परशुराम

अब बच्चे पढ़ेंगे भगवान परशुराम की जीवनी
मध्य प्रदेश के स्कूलों में आठवीं क्लास के बच्चों को अब भगवान परशुराम की जीवनी पढ़ाई जाएगी। इस मामले में राज्य शिक्षा केंद्र की पाठ्य पुस्तक स्थायी समिति ने निर्णय ले लिया है। इसके लिए समिति ने भगवान परशुराम की जीवनी के लिए नियम भी बना लिए है। इसे नवीन शैक्षणिक सत्र (2022-23) से पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर तीन मई अक्षय तृतीया पर आयोजित कार्यक्रम में घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद राज्य शिक्षा केंद्र की पाठ्य पुस्तक स्थायी समिति ने इसे शामिल करने का निर्णय लिया है। भगवान परशुराम की जीवनी को आठवीं क्लास में हिंदी की पुस्तक में शामिल किया जाएगा। इसके लिए भगवान परशुराम की जीवनी तैयार कर ली गई है। गौरतलब है की उनका जन्म इंदौर की जनावाप पहाड़ियों पर माना जाता है। वे ऋषि जमदग्नि के पुत्र थे।  भगवान परशुराम को विष्णु का छठवां अवतार के साथ ही उन्हें  अमर माना जाता है।

बोले पटवारी, ग्वालियर-चंबल में सीएम की नहीं सुनते अफसर
कांग्रेस विधायक और पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी जीतू पटवारी का कहना है की भाजपा सरकार सरकार खरीदने के एवज में ग्वालियर-चंबल का क्षेत्र एक मंत्री को ठेके   पर दे दिया है। यही वजह है की अब तो वहां पदस्थ अफसर मुख्यमंत्री तक की नहीं सुनते। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। पटवारी गुना की घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें सीएम ने कहा था कि जिन अधिकारियों से फील्ड की जिम्मेदारी नहीं संभल रही, वे हट न् जाएं। पटवारी ने ग्वालियर-चंबल में अधिकारियों पर हुए हमले का ब्योरा पेश करते हुए कहा है कि अपराधी बेखौफ हैं। प्रदेश सरकार पैसा देकर सरकार बनाने वालों का कर्ज उतारने में लगी है। भाजपा की सरकार में ही सरकारी कर्मचारियों पर सबसे अधिक अत्याचार होते हैं।

तो हो जाएगा दूध का दूध और पानी
दो दिन पहले गुना जिले में तीन पुलिसकर्मियों को शहीद होने के मामले में विधायक जयवर्धन ने ट्वीट कर सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि शिकारियों की शादी में सरकार के लोग शामिल होते हैं। मंत्री जी की विशेष दावत में ये विशेष सेवा देते हैं। कृपया कॉल डिटेल भी निकलवा ले। पता चल जाएगा कि उन्हें किसका संरक्षण प्राप्त था। बिना सत्ता संरक्षण के किसी की इतनी हिम्मत नहीं कि वो पुलिसवालों की हत्या कर सकें। जयवर्धन ने यह ट्वीट भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को संबोधित करते हुए लिखा है। उन्होनें इसमें कहा है कि सरकार को चाहिए की वह आरोपी शिकारियों के मोबाइल के कॉल डिटेल निकलवा कर उसे सार्वजनिक करे, जिससे जनता को भी पता चल सके की वे किनके खास रहे हैं। गौरतलब है की इस मामले में आरोपियों के कॉल डिटेल की मांग के साथ ही थाना प्रभारी से लेकर पुलिस कप्तान तक के अफसरों पर कार्रवाई नहीं होने से सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।

कई अफसरों में बनी हुई है दहशत  
सूबे के ग्वालियर -चंबल इलाके में एक आला शराब व्यवसायी के यहां करीब छह साल पहले आयकर विभाग द्वारा छापा मारा गया था, उस मामले में अब कार्रवाई आगे बढ़ने  की संभावना की चर्चाएं इस समय जोर पकड़ रही है। दरअसल यह कार्रवाई उन अफसरों पर संभावित है, जिनके नाम शराब ठेकेदार के यहां से बरामद हुई डायरी में मिले थे। बताया जा रहा है की उस डायरी में दस साल तक का पूरा हिसाब किताब है। यह पूरी जानकारी उस डायरी में मय उन नामों के है, जिन्हें लक्ष्मी जी का प्रसाद बांटा गया है। इनमें लगभग उन सभी आईपीएस अफसरों के नाम शामिल हैं जो छापे से पहले बीते एक दशक में ग्वालियर में पदस्थ रहे हैं। इसके बाद से ही इन अफसरों की धड़कने बढ़ी हुई हैं। यही वजह है की यह अफसर चाहते हैं की यह सूची किसी तरह से कार्रवाई के दायरे से बाहर ही रहे तो अच्छा है नहीं तो उनके लिए जी का जंजाल बन सकती है।  

Related Articles