वसूली लक्ष्य हासिल करने की कवायद, बताए गए कैसे करें कर की वसूली

वसूली लक्ष्य हासिल

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। चालू वित्त वर्ष के समाप्त होने में अब महज ढाई माह का ही समय रह गया है ऐसे में आयकर विभाग में भी तय लक्ष्य को हासिल करने के लिए कवायद तेज हो गई है। इसी कवायद के तहत आयकर विभाग के मप्र-छग रीजन के प्रभारी मुख्य चीफ कमिश्नर परनीत सिंह सचदेव ने दोनों राज्यों के अधिकारियों से कर वसूली और असेसमेंट सहित विभागीय कामकाज के मामलों में चर्चा करते हुए उन्हें वसूली के लिए जरुर गुर बताए हैं। दरअसल हर साल का लक्ष्य विभाग को सीबीडीटी द्वारा तय किया जाता है। इस दौरान मप्र सहित अन्य राज्यों में तेजी से असर दिखा रही कोविड की तीसरी लहर के बीच टैक्स कलेक्शन की चुनौतियों पर भी मंथन किया गया । उल्लेखनीय है कि 31 अक्टूबर से प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर सचदेव के पास मप्र-छग का अतिरिक्त प्रभार है। उन्हें प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर लेखा कुमार की सेवानिवृत्ति के बाद यह प्रभार दिया गया है। प्रभार मिलने के बाद वे अब तक ढाई माह में दो बार इस रीजन के अफसरों से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने इस बार मुलाकात में खासतौर पर समय से असेसमेंट पर फोकस करने के अलावा टैक्स वसूली और कलेक्शन लक्ष्य पर भी चर्चा की। एडवांस टैक्स की अंतिम किस्त अब मार्च में आएगी। दरअसल बीते माह के अंतिम दिन तक हुई कर वसूली की स्थिति को देखते हुए इस बार भी कर वसूली के मिले लक्ष्य को हासिल करने में अभी असमंजस बना हुआ है। सीबीडीटी की ओर से इस बार मप्र-छग रीजन को इस साल 23 हजार करोड़ रुपए टैक्स वसूली का लक्ष्य दिया है। गौरतलब है कि बीते 2 साल से कोरोना महामारी की वजह से आयकर विभाग कर वूसली के मिलने वाले लक्ष्य को हासिल नहीं कर पा रहा है। सीबीडीटी ने पूर्व में कलेक्शन का जो टारगेट दिया था उसे संशोधित भी किया जा चुका है। इस दौरान उनसे चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश पदाधिकारियों ने भी मुलाकात कर कर संबंधी मुद्दों पर विचार किया।

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