मामूली खर्च से बढ़ जाएगा आलू का उत्पादन

 आलू का उत्पादन

भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। आलू उत्पादक किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सागर स्थित डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय से आयी है। इसके तहत अब किसानों को खाद के लिए परेशान नहीं होना होगा , बल्कि उन्हें बाजार से एक स्प्रे लाकर उसका छिड़काव करना होगा। इस स्पे्र का छिड़काव फसल का उत्पादन बड़ा देगा।
इस स्प्रे की कीमत खाद की तुलना में बेहद कम होने से किसानों का खाद खर्च भी बच जाएगा। दरअसल इसे तैयार किया है विवि के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने। इस स्प्रे की मदद से बेहद कम खर्च में आलू की बंपर पैदावार की जा सकती है। उदाहरण के तौर पर यदि एक हेक्टेयर में बेहतर आलू उगाना है, तो 50 लाख किलो खाद की जरूरत होती है। इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है। नैनो फर्टिलाइजर स्प्रे के सिर्फ 250 ग्राम छिड़काव से ही बंपर उत्पादन किया जा सकता है। अब इस स्प्रे के शोध को पेटेंट कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस मामले में शोधार्थी नेहा जोशी का कहना है कि खाद में आयरन व मैग्नीज तत्वों का मिश्रण होता है। उनके कण बड़े होते हैं। इससे जड़ों या तनों में पाए जाने वाले छिद्र से आसानी से अवशोषित नहीं हो पाते। वहीं जो स्प्रे तैयार किया गया है, उसमें आयरन व मैग्नीज तत्वों के कण छोटे हैं, जो आसानी से अवशोषित हो जाते हैं, जिसकी वजह से कम मात्रा में खाद डालने के बाद भी उत्पादन बढ़ जाता है।
बेहतर परिणाम मिले
इस स्प्रे के लिए रिसर्च वर्ष 2015-16 में शुरू की गई थी। इसके लिए लैब में अलग-अलग खेतों से लाए गए फर्टिलाइजर की जांच की गई। इस दौरान अलग-अलग पौधों पर सामान्य फर्टिलाइजर व नैनो फर्टिलाइजर का उपयोग किया गया। नैनो फर्टिलाइजर का परिणाम सामान्य से कई गुना बेहतर आया। इस पर रिसर्च वर्ष 2020 में पूरी कर ली गई थी। इंस्प्रिंजर नेचर व एल्स वयर जर्नल्स में इसका प्रकाशन हो चुका है।  इससे पहले इफ्को कंपनी ने एक नैनो यूरिया तैयार किया है।

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