
रोड शो….
कुचल कर भीड़ में मरने चला था
कोरोना खुदकुशी करने चला था।
प्रशासन हांफता देखा सभी ने
सड़क पर जलजला ही जलजला था।
हृदय सम्राट फूलों से लदे थे
मुदित भक्तों का ऐसा काफिला था।
हथेली पर रखी थी जान सबने
खड़े थे हाथ,पर बैठा गला था।
रियाया के लिए रोटी,न पानी
तमाशा दर असल में खोखला था।
@ राकेश अचल