अब प्रदेश की तीन नदियों को एक साथ जोड़ने की तैयारी

पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम।
मप्र के छतरपुर और पन्ना जिले के इलाके में केन-बेतवा लिंक परियोजना का काम भले ही डेढ़ दशक से अधिक समय बाद भी शुरूआत नहीं हो पाया हो, लेकिन इसी तरह की एक अन्य परियोजना की तैयारी शुरू कर दी गई है। खास बात यह है कि इस नई परियोजना में दो की जगह तीन नदियों को एक दूसरे से जोड़ने की योजना बनाई गई है। इस नई परियोजना को पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के नाम से जाना जाएगा।
केन-बेतवा लिंक परियोजना से जहां मप्र के अलावा यूपी को पानी मिलेगा वहीं इस नई परियोजना से मध्यप्रदेश और राजस्थान में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए दोनों राज्यों को प्लान बनाकर राष्ट्रीय जल विकास एजेंसी (एनडल्ब्यूडीए) के सामने पेश करना होगा। खास बात यह है कि इसको लेकर एनडब्ल्यूडीए की डायरेक्टर जनरल के समक्ष दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच बात भी हो चुकी है। इस परियोजना की पूरी रुप रेखा तैयार करने में करीब 50 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
इस संयुक्त परियोजना पर केन्द्र सरकार 90 फीसदी राशि और शेष दस फीसदी राशि इन दोनों राज्यों को देनी होगी। इससे पहले दोनों राज्यों को आपसी सहमति बनाकर परियोजना के लिए केन्द्र सरकार से अनुबंध करना होगा। उल्लेखनीय है कि पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना और मोहनपुरा कुंडलिया डैम से इन नदियों का पानी दोनों राज्यों में उपयोग किया जा रहा है। इसके बाद भी इन नदियों के पानी का पूरा उपयोग नहीं हो पा रहा है। इस परियोजना से वर्षा का पूरा पानी  रोककर दोनों राज्य जरुरत के समय पानी का बंटवारा कर उपयोग कर सकेंगे।
मप्र के इन अंचलों को होगा फायदा
पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना को सौ वर्ष के हिसाब से तैयार किए जाने की योजना है। इसके तहत 75 फीसद पानी अनिवार्य रूप से सप्लाई, उपयोग के हिसाब से क्षमता की डिजाइन तैयार होगी। परियोजना से ग्वालियर, चंबल संभाग, मालवा क्षेत्र में पानी दिया जाएगा। राजस्थान में कोटा और आसपास के जिलों में पानी दिया जाएगा। खास बात यह है कि बारिश के बाद इन नदियों में पानी का बहाव कम हो जाता है। इसकी वजह है गर्मी में पार्वती, कालीसिंध को कई जगह सूख जाना। इस परियोजना से नदियों के आसपास के क्षेत्रों में जलस्तर तो बढ़ेगा ही साथ ही चंबल क्षेत्र सूखे की स्थिति भी नहीं रहेगी।
केन-बेतवा परियोजना के तहत बनेगें चार बांध  
देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए केंद्र सरकार की टीम द्वारा अंतिम सर्वे किया जा चुका है। इसके तहत छतरपुर-पन्ना जिले की सीमा पर बनाए जाने वाले ढोधन बांध के लिए भी परीक्षण कर लिया है। यहां पर केन नदी पर लगभग 77 मीटर ऊंचा बांध बनना है। इससे निकलने वाली नहर को बरुआसागर के पास बेतवा नदी से जोड़ा जाएगा । परियोजना के तहत चार बांध बनाए जाने हैं, जिनमें से तीन नए बांध रायसेन और विदिशा जिले में बेतवा नदी पर बनाए जाने हैं।

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