
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। भले ही प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए दो साल का समय है, लेकिन भाजपा पूरी तरह से अभी से चुनावी मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो इन दिनों जनदर्शन कार्यक्रमों के तहत शहर और गांव-गांव घूम ही रहे हैं। उनकी ही तरह अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा भी प्रवास पर निकलने की तैयारी में है। वे संगठन के साथ ही आम लोगों से संवाद और संपर्क करेगें। उनके यह दौरे बूथ स्तर तक तय किए जा रहे हैं , जिससे की कार्यकर्ताओं से लेकर पदाधिकारियों तक वे पहुंच सकें।
अपने प्रवास के दौरान वीडी द्वारा कार्यकर्ताओं में जोश भरने से लेकर पार्टी का बूथ स्तर तक का आंकलन किया जाएगा। यही नहीं इस अभियान के जरिए संगठन के कार्यक्रम और सरकार की योजनाओं को निचले स्तर तक पहुंचाने का भी काम किया जाएगा। वैसे तो वीडी शर्मा उपचुनाव वाले इलाकों में एक दौर का प्रवास कर चुके हैं , लेकिन फिर भी इन सीटों पर पार्टी की जीत तय करने के लिए वे अपने जनदर्शन की शुरुआत तीनों विधानसभा व एक लोकसभा सीट से करने वाले हैं। खंडवा लोकसभा सीट व पृथ्वीपुर विधानसभा सीट के उनके दौरे को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल मध्यप्रदेश में मिशन 2023 फतह के लिए भाजपा ने अपने पुराने फार्मूले पर भरोसा कर चुनावी रणनीति पर तेजी से अमल करना शुरू कर दिया है। यही वजह है कि सत्ता-संगठन के मोर्चे पर जमावट की जा रही है। इसी के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना जनदर्शन और जनसुनवाई कार्यक्रम शुरू कर कैबिनेट सदस्यों को भी ऐसा ही करने के निर्देश दिए हुए हैं।
प्रभारी मंत्रियों को क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने को भी कहा गया है। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ने भी हाल ही में सभी प्रभारी मंत्रियों को अपने प्रभार के क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने भी मंत्रियों को जनदर्शन और जनसुनवाई जैसे आयोजनों के जरिए जनता से सतत संपर्क बनाकर उनकी समस्याएं सुलझाने को कहा है।
…तो बन जाएंगे दूसरे घुमंतू अध्यक्ष
वीडी अपने इस प्रवास की वजह से प्रदेश में ऐसे दूसरे प्रदेशाध्यक्ष बन जाएंगे , जिन्हें घुमंतु प्रदेशाध्यक्ष के रूप में जाना जाएगा। उनके पहले प्रभात झा अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में न केवल लगातार मंडल तक प्रवास करते रहे, बल्कि वे मंडल स्तर तक के नेताओं व कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करने में सफल रह चुके हैं। वीडी की खासियत भी यह है कि वे हर चुनौती में स्वंय को कार्यकर्ता के साथ खड़ा कर देते हैं।
जनसुनवाई और जनदर्शन है लोकप्रिय
शिवराज ने प्रदेश में पहली बार 29 नवंबर 2005 को सीएम का पद संभाला था। एक-डेढ़ साल बाद ही पार्टी ने अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी। तब जनसुनवाई और जनदर्शन जैसे कार्यक्रमों को अच्छा रिस्पांस मिला था। इन कार्यक्रमों ने सीएम को भी काफी लोकप्रियता दिलाई, इसके बाद पार्टी ने विशेष रथ पर मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्राएं भी पूरे प्रदेश में निकाली गई।
लिया सबक
भाजपा का यह प्रयोग काफी लोकप्रिय हुआ और चुनावी नतीजे भारी बहुमत से भाजपा के पक्ष में रहे। 2013 के चुनाव में भी भाजपा ने शिवराज के नेतृत्व में सरकार बनाई लेकिन 2018 के चुनाव में उसे बहुमत के लायक सीटें नहीं मिली, इससे सबक लेते हुए ही भाजपा ने अभी से जनसंवाद, जनदर्शन व जनसुनवाई जैसे कार्यक्रमों के जरिए सीधे जनता से संपर्क बढ़ाने की मुहिम शुरू कर दी है।
संगठन को भी किया सक्रिय
पहले संगठन के लोग कम ही प्रदेश के दौरों पर निकलते थे , लेकिन वीडी की नई टीम में शामिल चेहरों को अब न केवल मैदानी दौरे करने के काम में लगाया गया है, बल्कि उन्हें अलग -अलग जिम्मेदारी देकर तय लक्ष्य हासिल करने को भी कहा गया है। यही वजह है कि अब प्रदेश पदाधिकारी भोपाल में कम जिलों में अधिक दिखने लगे हैं।