
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में उन्नत किस्म के बीजों के नाम पर घटिया और अमानक बीज बेचने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। लेकिन उद्यानिकी विभाग के अफसरों ने उन्नत किस्म के नाम पर दोगुने से अधिक रेट में प्याज के बीज खरीद कर सरकार को करीब एक करोड़ रूपए की चपत लगाई है।
मप्र में शिवराज सरकार 2022 तक किसानों की आमदनी हर हाल में दोगुना करने के लक्ष्य पर काम कर रही है। सरकार के इस लक्ष्य की राह में अफसरों की लालफीताशाही रोड़ा बन रही है। इसका ताजा मामला अभी हाल ही में सामने आया है। प्रदेश में किसानों को प्याज की फसल लगाने के लिए उद्यानिकी विभाग में अफसरों ने प्याज बीज की खरीदी तय दरों से दोगुने दामों में की है। राज्य शासन ने उद्यानिकी नर्सरियों पर उत्पादित प्रमाणित सब्जी बीजों की विक्रय दरें 1100 रुपए प्रति किलो तय कर रखी है, लेकिन उद्यानिकी ने खरीफ प्याज बीज 2300 रु. प्रति किलो खरीद लिया। यह मामला सामने आने के बाद अधिकारियों की पोल खुल गई है।
नियमों को ताक पर रखकर खरीदी
प्याज के बीज खरीदी का मामला धीरे-धीरे गर्माता जा रहा है। अफसरों ने नियमों को ताक पर रखकर एमपी एग्रो की जगह दूसरी संस्थाओं से खरीदी की गई। इस जांच के शुरू होने के बाद गत दिनों निलंबित सहायक संचालक एमपीएस बुंदेला का कमिश्नर मनोज अग्रवाल से कक्ष में विवाद हो गया। बुंदेला ने कमिश्नर को यह कह दिया कि प्याज घोटाले में जेल पहुंचा दूंगा। इस विवाद के एक घंटे बाद बुंदेला की बहाली हो गई। अब इस मामले के उजागर होने के बाद उद्यानिकी विभाग में भी यह चर्चा जोरों पर हो रही है कि आखिर इस खरीदी के पीछे किसका हाथ है।
जांच में खुलेगी भ्रष्टाचार की पोल
विवाद बढऩे के बाद अब प्याज के बीज खरीदी मामले की जांच शुरू होने जा रही है। यह जांच कई बिंदुओं पर होगी। उद्यानिकी संचालनालय के 29 सितंबर 2020 को जारी पत्र के मुताबिक सब्जी बीज बेचने की दरें (वर्ष 2020-21) में 1100 रुपए प्रति किलो है। इसके विपरीत राष्ट्रीयकृत संस्था (एनएचआरडीएफ) के जरिए 2300 रुपए प्रति किलो में बिना टेंडर के खरीदी कर दी गई। विवाद के बाद बहाली-कमिश्नर मनोज अग्रवाल से मिलने एमपीएस बुंदेला पहुंचे थे। बुंदेला ने बहाली के लिए कहा, जिस पर आयुक्त ने कह दिया कि कोर्ट के केस वापस लेना होंगे। इस पर विवाद बढ़ गया। बुंदेला ने कहा कि प्याज घोटाले में जेल पहुंचा दूंगा। उधर, इस खरीदी मामले पर अपनी सफाई देते हुए उद्यानिकी विभाग आयुक्त मनोज अग्रवाल कहते हैं कि काजू 2000 रुपए किलो मिलता है और टुकड़े वाले 200 में मिल जाता है। विभाग ने 2300 रुपए तय किए हैं। ये जरूरी नहीं कि 1100 रुपए किलो में ही खरीदें। हमने अच्छी क्वालिटी का प्याज बीज खरीदा है।
मंत्री तक पहुंची शिकायतें
दो करोड़ रुपए में 90 क्विटंल प्याज बीज की खरीदी का मामला तूल पकडऩे लगा है। आलम यह है कि नियमों को दरकिनार कर खरीदी करने पर उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह और प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव को शिकायत की गई है। राष्ट्रीय बागवानी मिशन में 30 मार्च 2021 से ही खरीफ प्याज पहली बार शामिल किया गया है। उद्यानिकी मंत्री कुशवाहा ने बताया प्याज खरीदी को लेकर शिकायतें मिली है।