
टेक्सटाइल पार्क बन जाने से यहां करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के जबलपुर जिले में टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने के बाद शिव सरकार नीमच जिले के जावद में टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने की तैयारी कर रही है। इस पार्क में एक साथ सौ से अधिक टेक्सटाइल उद्योग स्थापित किए जा सकेंगे। इसके लिए मोरवन पार्क में डैम के पास जमीन को चिन्हित करने का काम अंतिम चरण में है। यह काम राजस्व व वन विभाग द्वारा संयुक्त रुप से किया जा रहा है। दरअसल सरकार द्वारा जबलुपर में स्थापित किए गए टेक्सटाइल पार्क में एक साथ दो सैकड़ा से अधिक टेक्सटाइल उद्योग शुरू होने से सरकार उत्साहित है। सरकार के इन प्रयासों से मप्र की पहचान भी अब टेक्सटाइल के क्षेत्र में होना शुरू हो गई है। खास बात यह है कि इस पार्क के लिए अभी से तैयारियां वृहद रूप से शुरू कर दी गई हैं। इसके तहत मोरवन जलाशय की नहरों को पक्का करने की तैयारी भी कर दी गई है। नहरों के पक्का होने की वजह से लगभग 30 प्रतिशत पानी की बचत होगी। इस बचाए गए पानी का उपयोग टेक्सटाइल उद्योगों के लिए किया जाएगा। खास बात यह है कि इससे इलाके में करीब 15 हजार से अधिक लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।
80 उद्योगों में शुरू हुआ उत्पादन
जबलपुर में स्थापित किए गए टेक्सटाइल पार्क में लगने वाले 80 उद्योगों में तो उत्पादन भी शुरू हो चुका है। यहां पर तैयार हो रहे उत्पादों द्वारा दूसरे राज्यों के गारमेंट को टक्कर देना शुरू कर दिया है। जबलपुर गारमेंट एण्ड फैशन डिजाइन क्लस्टर में तैयार कपड़े मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय राज्यों सहित महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, उड़ीसा सहित अन्य राज्यों के लोगों में पसंद बनते जा रहे हैं। अगर बड़े शहरों की बात की जाए तो चेन्नई, हैदराबाद, बंगलौर और नागपुर, मुंबई जैसे शहरों में यहां के बने रेडीमेड कपड़ों की अच्छी खासी मांग होने लगी है। इनमें से करीब आधा सैकड़ा वस्त्र निर्माण इकाईयां तो ई-कामर्स के द्वारा मार्केटिंग का काम शुरू कर चुकी हैं। यहां के गारमेंट क्लस्टर के पूरी तरह से शुरू होने पर कम से कम 35 हजार बेरोजगारों को सीधा रोजगार मिल सकेगा। फिलहाल यहां पर कम से कम दो सौ यूनिट की स्थापना का लक्ष्य तय किया गया है। इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शहर के गोहलपुर में 60 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से करीब 8 एकड़ क्षेत्र में जबलपुर गारमेंट एवं फैशन डिजाइन क्लस्टर विकसित किया जा रहा है। जबलपुर के रेडीमेड गारमेंट्स की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग के लिए जिला प्रशासन ने एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत जबलपुर गारमेंट एवं फैशन डिजाइन क्लस्टर के तहत रेडीमेड गारमेंट एण्ड होजरी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का चयन किया है। दरअसल जबलपुर में असंगठित स्वरूप से बीते कई सालों से रेडीमेड गारमेंट निर्माण का काम किया जा रहा है।
ड्राइंग प्रिंटिंग और वाशिंग की भी सुविधा
यहां पर वस्त्र निर्माताओं की मदद के लिए फैशन डिजाइन क्लस्टर भी विकसित किया जा रहा है। इसमें गारमेंट मेकिंग इकाईयों को सभी तरह की सुविधाएं दी जाएंगी। जिसमें कॉमन फैसिलिटी सेंटर और निर्मित ड्राइंग प्रिंटिंग और वाशिंग प्लांट की विश्वस्तरीय सुविधा शामिल है। कॉमन फैसिलिटी सेंटर स्थापित होने की वजह से यहां से वस्त्र निर्माण, तकनीक, प्रशिक्षण और फिनिशिंग की जानकारी मिलेगी। वहीं डाइंग एवं वाशिंग प्लांट विशेषकर जींस के रंगाई व धुलाई के काम आएगा। यहां अभी सलवार सूट, शर्ट, ट्राउजर, कुर्ता-पायजामा, लोअर, कुर्ती, वेडिंग सूट, स्कूल ड्रेस, लेगिंग्स और जीन्स के पैंट-शर्ट का निर्माण किया जा रहा है।