
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के वन महकमे में बल प्रमुख बदले जाने के साथ ही विभाग में कसावट का दौर शुरू हो गया है। इसके लिए विभाग की कमान संभालने के बाद आरके गुप्ता मैदानी अफसरों के साथ ही विभिन्न शाखाओं के अफसरों को बुलाकर उनके कामकाज की नियमित समीक्षा कर रहे हैं।
दरअसल यह पूरी कवायद विभाग में चल रही भर्राशाही को समाप्त करने के लिए की जा रही है। इस दौरान गुप्ता का पूरा फोकस विभाग द्वारा ग्रामीण अंचलों में रोजगार देने की योजनाओं पर बना हुआ है। इसकी शुरूआत स्वयं विभागीय मंत्री विजय शाह द्वारा की गई थी। इसके अलावा गुप्ता का उत्पादन व वनोपज पर भी विशेष फोकस बना हुआ है। यही वजह है कि अब विभाग द्वारा प्रदेश में वन संरक्षण के साथ ही उपज वृद्धि के लिए योजना तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए अलग-अलग कई टीमों का भी गठन किया गया है। इसके साथ ही बीते पखवाड़े कई आईएफएस स्तर के अफसरों के नोटिस थमा दिए गए हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में जांच कर कार्रवाई हो सकती है। बताया जा रहा है कि अब यह पहला मौका है जब विभाग में एक -एक अफसर के साथ बैठकर उनके कामकाज की समीक्षा की जा रही है। इसमें भी बल प्रमुख की निगाहें प्रशासन दो, शिकायत और निवारण शाखा पर लगी हुई हैं। विभाग में यह शाखाएं बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
शुरू होगी थर्ड पार्टी ऑडिट
कैंपा फंड में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों की शिकायत को देखते हुए अब विभाग में थर्ड पार्टी ऑडिट की व्यवस्था की जा रही है। दरअसल इस फंड में हुए बड़े पैमाने पर घोटाले में विभाग के सीनियर आईएफएस अफसरों से लेकर निचले स्तर तक के कर्मचारियों की मिली भगत सामने आ चुकी है। फिलहाल इस गड़बड़झाले की जांच अभी ठंडे बस्ते में डली हुई है।