खेत में दवाई छिडक़ाव के बाद जल गई किसानों की फसल, दवा कंपनी पर होगी सख्त कार्रवाई

 फसल
  • केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने किया रायसेन स्थित खेत का औचक निरीक्षण
  • नकली खाद-बीज बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ पूरे देश में चलेगा व्यापक अभियान

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को रायसेन जिले के छीरखेड़ा गांव में सोयाबीन के खेतों का औचक निरीक्षण किया। उन्हें शिकायत मिली थी कि एचपीएम कंपनी के खरपतवार नाशक दवा डालने से किसानों की सोयाबीन की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। केंद्रीय मंत्री अचानक खेतों में पहुंचे और सैकड़ों किसानों और कृषि विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री ने पाया कि खेतों में सोयाबीन की जगह खरपतवार खड़े हैं और पूरी फसल जल चुकी है। केंद्रीय मंत्री के निर्देश पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की ओर से तत्काल जांच समिति गठित कर दी गई है। इस समिति में आईसीएआर के खरपतवार अनुसंधान निदेशालय (डीडब्ल्यूआर), जबलपुर के निदेशक डॉ. जेएस मिश्रा को चेयरमैन बनाया गया है। साथ ही अटारी जोन ९ के निदेशक डॉ. एसआरके सिंह, रायसेन विदिशा जिले के कृषि उप संचालक एवं कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख को सदस्य बनाया गया है। यह समिति कल १८ अगस्त को मौके पर जाएगी।
किसानों को राहत जरूर मिलेगी: चौहान
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि किसान की फसल चली गई तो उसकी जिंदगी ही चली गई। किसानों को राहत जरूर मिलेगी और इसकी जिम्मेदारी कंपनी की होगी। चौहान ने ये भी साफ किया कि केवीके रायसेन के वैज्ञानिक की ओर से दिया गया प्रतिवेदन सही नहीं है, इसलिए इस मामले की जांच यह नई टीम करेगी।
आरोप: कंपनी की दवा डालने से हुआ नुकसान
किसानों ने आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री चौहान को बताया कि यह नुकसान एचपीएम कंपनी की दवा डालने से हुआ है। उन्होंने कहा कि यह समस्या सिर्फ एक खेत तक सीमित नहीं है, बल्कि कई किसानों ने ऐसी शिकायतें की हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि इस मामले में की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय वैज्ञानिकों का दल प्रभावित खेतों का निरीक्षण करेगा और जांच कर दोषी कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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