
बीजिंग। चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग पांच से आठ सितंबर तक आयोजित होने वाले दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संगठन आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया का दौरा करेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह घोषणा उन खबरों के बीच आई है जिसमें ऐसी संभावना जताई गई है कि चीन नौ और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ली कियांग को भारत भेज सकता है, क्योंकि इस आयोजन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के शामिल होने की संभावना बहुत कम है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, वर्तमान आसियान अध्यक्ष इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री ली कियांग 26वें चीन-आसियान शिखर सम्मेलन, 26वें आसियान प्लस थ्री (एपीटी) शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया की आधिकारिक यात्रा करेंगे। ये सम्मेलन इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में पांच से आठ सितंबर तक आयोजित होगा।
बताया गया है कि जकार्ता में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री ली के भारत की यात्रा करने की संभावना है। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा उन जी-20 नेताओं में से हैं जिन्होंने शिखर सम्मेलन में शामिल होने की पुष्टि की है।
जी-20 शिखर सम्मेलन में चीनी भागीदारी पर भारतीय पक्ष की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बता चुके हैं कि शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उनके लिए भारत की यात्रा करना संभव नहीं होगा। जी-20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में भारत इस प्रभावशाली समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।