यस एमएलए/तीन दशक से जारी है महल का कब्जा

 गायत्रीराजे पवार

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। देवास विधानसभा सीट की बात करें तो यहां, तीन दशक से अधिक समय से भाजपा का कब्जा है। दिवंगत तुकोजीराव पवार ने जीत का जो तिलस्म रचा था, उसे तोड़ने में कांग्रेस अब तक विफल रही। भाजपा के चुनावी मैनेजमेंट और मजबूत संगठन के आगे कांग्रेस कमजोर साबित  हुई। यही कारण है कि भाजपा जीतती गई। वर्तमान में तुकोजीराव पवार की पत्नी गायत्रीराजे पवार देवास विधायक हैं। देवास अनूठी नगरी है, ऐसी नगरी जहां देवों का वास है, जहां मां चामुंडा और तुलजा भवानी का मंदिर है। एक लोक मान्यता यह भी है कि यहां एक साथ होलकर राजवंश और पवार राजवंश का शासन हुआ करता था। बड़ी देवी मां तुलजा भवानी होलकर वंश की कुलदेवी हैं और छोटी मां चामुंडा देवी पवार वंश की कुलदेवी हैं। इस कारण यहां पर दोनों देवियां वास करती हैं। आज भले ही राजवंशों का शासन न रहा हो पर देवास की सियासत पर पवार राजवंश ही राज करता है। यहां की राजनीति महल के इर्द-गिर्द ही घूमती रहती है। देवास के लोगों का तो यहां तक कहना है कि यहां कांग्रेस का उम्मीदवार भी महल से ही तय होता है। यही वजह है कि कांग्रेस इस सीट को बीते तीन दशक में कभी जीत नहीं पाई। देवास की आधुनिक पहचान कभी उद्योगों के लिए थी, यहां अब कई उद्योग बंद पड़े हुए हैं। इस वजह से रोजगार के साधन नगण्य हो गए हैं। रोजगार की तलाश में कई युवा इंदौर पलायन कर रहे हैं। एसोसिएशन आफ इंडस्ट्री देवास के अध्यक्ष अशोक खंडेलिया कहते हैं कि जो लोग यह कहते हैं कि देवास में उद्योग बंद हो रहे हैं, वे एक भी बंद कंपनी का नाम बता दें।
विधानसभा सीट का इतिहास: आपको बता दें कि करीब 3 दशक से देवास विधानसभा पर राजपरिवार का कब्जा है। राज परिवार ने ही राज किया है। भाजपा की मुख्य राजनीति पैलेस से ही तय होती है। यहां से स्वर्गीय तुकोजीराव पवार 6 बार लगातार विधायक चुने गए थे। उसके बाद उनकी धर्मपत्नी गायत्री राजे पवार यहां से दो बार विधायक चुनी जा चुकी हैं। 2018 के चुनाव में भाजपा की ओर से गायत्री राजे पवार ही प्रत्याशी थीं। वहीं कांग्रेस ने जयसिंह ठाकुर को अपना प्रत्याशी बनाया था। जिसमें गायत्री राजे पवार 28 हजार से अधिक वोट से विजय हुई थी। इस बार कांग्रेस से इंदौरी नेता- प्रवेश अग्रवाल और प्रदीप चौधरी का नाम आगे चल रहा है।
क्षेत्र की मुख्य समस्याएं
देवास में अब भी पैकी प्लांट की समस्या बनी हुई है, जिसकी वजह से गरीब व मध्यम तबके के शहरवासी काफी परेशान हैं। यह एक ज्वलंत मुद्दा भी हैं, जो आगामी विधानसभा चुनाव में प्रमुख रहेगा। इसके आलावा यहां बिजली, पानी और रोजगार की समस्या भी हावी है। पिछले चुनाव में भाजपा की गायत्री राजे पवार ने जो वादे किए थे, उनमें से अधिकांश वादे पूरे किए हैं। पिछले 5 वर्षों में अब तक के सबसे अधिक विकास कार्यों का रिकॉर्ड बना है। वादों के मुताबिक देवास में दो ब्रिज निर्माण व एक फ्लाईओवर का निर्माण किया गया हैं। जिसकी जनता द्वारा वर्षों से मांग की जा रही थी। शहर में कई प्रमुख सडक़ों का चौड़ीकरण किया गया हैं। जिससे यातायात की समस्या से लोगों को राहत मिली है। देवास में पहली बार अलग-अलग स्पोट्र्स पार्क का निर्माण किया गया हैं। जिससे खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभाओं को निखारने के लिए स्थान मिला है। माता टेकरी पर आने जाने के लिए रोपवे का निर्माण किया गया है, जिसकी वजह से बुजुर्ग व अस्वस्थ श्रद्धालुओं को माता दर्शन के लिए आने जाने में आसानी हुई है।
विकास पर अपने-अपने दावे
विधायक गायत्री राजे पवार का कहना है कि  पिछले साढ़े चार वर्षों में अब तक के सबसे अधिक विकास कार्यों का रिकॉर्ड बना है। हमने जनता से जो वादे किए थे, वे सभी पूरे किए है। पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सभी क्षेत्रों में हमने खूब काम किया है। 105 सडक़ें हमें कायाकल्प योजना के तहत मिली हैं। हमने कई नए भवन और पुल बनवाए हैं। वहीं कांग्रेस नेता ठा. जयसिंह का कहना है कि शहर में कोई बड़ा काम विधायक ने नहीं कराया है। उन्होंने हर अच्छे काम में अड़ंगा ही लगाया है। इनके संरक्षण में शहर में गुंडा तत्व पनप रहे हैं। व्यापारी वर्ग चंदाखोरी से परेशान है। मैंने महापौर रहते हुए कई काम कराए थे। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज राजानी कहते हैं कि जो विकास कार्य नजर आ रहे हैं, उनमें से अधिकांश कांग्रेस की सरकार में स्वीकृत हुए थे। हमारी विधायक ने देवास के लिए कोई भी नई योजना लागू नहीं करवाई है। जिस फ्लाईओवर को वे अपनी उपलब्धि बताती हैं, वो सज्जन सिंह वर्मा की देन हैं। शहर के बीच से गुजरने वाले एबी रोड पर बने फ्लाईओवर को लेकर भी कांग्रेस और भाजपा में तकरार है।
जातिगत समीकरण
वोटों के बंटवारे पर नजर डालें तो , देवास विधानसभा में स्वर्ण मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके बाद ओबीसी वोटरों की संख्या है। अल्पसंख्यक भी यहां हार-जीत में महत्वपूर्ण निर्णय निभाते हैं। देवास विधानसभा में सवर्ण मतदाता- 30.68 प्रतिशत है। अन्य पिछड़ा वर्ग- 28.61 प्रतिशत, अल्पसंख्यक मतदाता- 17.83 प्रतिशत, अनुसूचित जाति- 18.25 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति- 4.63 प्रतिशत हैं। देवास विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या – 2,74,411 (2 लाख 74 हजार 411) है, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,39,565 (1 लाख 39 हजार 565) है, वहीं महिला वोटरों की संख्या 1,34,842 (1 लाख 34 हजार 842) है।

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