
विधानसभा चुनाव में मिलेगी प्रचार की जिम्मेदारी
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की प्रयोग भूमि मप्र में विधानसभा चुनाव जिताने की जिम्मेदारी संघ के प्रचारकों को दी जा सकती है। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण के माध्यम से चुनाव के प्रबंधन और प्रचार में परिपूर्ण बनाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, ऐसा पहली बार हो रहा है, जब संघ अपने प्रचारकों को चुनाव प्रबंधन में माहिर बनाने के मिशन पर काम कर रहा है। जानकारों का कहना है कि इससे भाजपा को चुनावी मैदान में बड़ा लाभ मिलेगा। उल्लेखनीय है कि मप्र में संघ ने भाजपा की चुनावी जीत के लिए जमीन पुख्ता करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। पिछले चुनाव के दौरान जो- जो कमियां रह गई थीं , उनसे सबक लेकर कमजोर क्षेत्रों पर जोर दिया जा रहा है। संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रय होसबाले व सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य, इंद्रेश कुमार सहित अन्य कई वरिष्ठ पदाधिकारियों के मप्र प्रवास बढ़ गए हैं। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारकों की भोपाल में पहली ट्रेनिंग हो चुकी है। इस ट्रेनिंग में सिखाया गया है कि किस तरह कमजोर सीटों पर विशेष फोकस किया जाए। आनुषांगिक संगठनों की सक्रियता बढ़ाने फील्ड में सक्रिय रहें। युवाओं में पैठ बढ़ाने के लिए युवा संपर्क और संवाद आयोजित करें तथा समाज के विभिन्न वर्गों से मेलजोल बढ़ाने के लिए उनके खाली समय अनुसार कार्यक्रम बनाएं। दरअसल, विधानसभा चुनाव को लेकर संघ ज्यादा गंभीर नजर आ रहा है। प्रदेश की 230 सीटों पर वर्तमान सर्वे और 2018 के चुनावी नतीजों की समीक्षा के बाद यह नौबत आई है। मप्र में संघ के राष्ट्रीय नेताओं के दौरे और बैठके भी बढ़ गई हैं। समाज के अलग-अलग वर्ग और खासतौर पर युवाओं में पैठ बढ़ाने आनुषांगिक संगठनों को तैनात किया है। बताया जाता है कि ये प्रचारक विभिन्न क्षेत्रों में जाकर अपनी टीम गठित कर कामकाज शुरू करेंगे।
नर्मदापुरम में प्रशिक्षण इसी सप्ताह
भोपाल में प्रदेश भर के 55-60 प्रचारकों की ट्रेनिंग के बाद नर्मदापुरम में 28-29 जुलाई को उन्हें प्रशिक्षण वर्ग के जरिए कामकाज संबंधी टिप्स दिए जाएंगे। इसके बाद प्रचारकों को क्षेत्रों की कमान सौंप दी जाएगी। भोपाल में हुई ट्रेनिंग के दौरान संघ के क्षेत्रीय प्रचारक दीपक विस्पुते और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित बड़ी संख्या में अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। ट्रेनिंग के दौरान प्रचारकों को खासतौर पर चुनाव के लिए प्रशिक्षित किया गया है। अलग-अलग वर्गो को योजनाओं और कार्यक्रम के जरिए कैसे प्रभावित किया जाए उन्हें इसके टिप्स दिए गए। विधानसभा चुनाव के लिए महज 100 दिन का समय बचा है, इसलिए संघ ने भी कई स्तर पर अपने प्रचारक और स्वयंसेवकों की टीम को मैदानी क्षेत्रों में भेजने का निर्णय किया है। गौरतलब है कि प्रदेश में संघ के तीन दर्जन से अधिक आनुषांगिक संगठन सक्रियता से काम कर रहे हैं। शताब्दी समारोह की तैयारी के साथ संघ मप्र में भाजपा की चुनावी विजय भी सुनिश्चित करना चाहता है। भोपाल के वृंदावन गार्डन और शारदा विहार परिसर में प्रचारक-स्वयंसेवकों की ट्रेनिंग हो चुकी है। अब नर्मदापुरम में अंतिम दौर के प्रशिक्षण शिविर के बाद प्रचारकों को अलग-अलग क्षेत्रों में भेजने की तैयारी है। इसके लिए कई प्रचारकों के मौजूदा क्षेत्रों में भी बदलाव किया जा रहा है।
जनजागरण की मुहिम को तेज होगी
गौरतलब है की संघ हमेशा से भाजपा के लिए मैदानी क्षेत्रों में काम करता रहता है। लेकिन मप्र में चल रही विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने अपने प्रचारकों की ट्रेनिंग शुरू कर दी है। समाज के सभी वर्गों के बीच राष्ट्रवाद के जनजागरण की मुहिम को तेज करने संघ प्रचारकों को तैयार करने में जुट गया है। चुनाव के दौरान ये प्रचारक अपनी टीम के साथ विभिन्न क्षेत्रों में अपनी कैटालिस्ट की भूमिका निभाएंगे। इसके पहले संघ अपने समयदानी कार्यकर्ता और बूथ विस्तारकों के जरिए सभी क्षेत्रों का बूथ स्तरीय मैदानी और माइक्रो फीडबैक ले चुका है। संघ के सर्वे में कमजोर पाए गए क्षेत्रों पर फोकस किया गया है।