
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। उज्जैन महाकाल लोक परिसर में लगी मूर्तियां गिरने को अभी लोग भूल भी नहीं पाए हैं, कि इसी तरह का एक और मामला सामने आ गया है। यह मामला सतना के व्यंकटेश मंदिर का है। इस मंदिर परिसर में भगवान विष्णु के दशावतार की मंगाई गई मूर्तियां लगने से पहले ही क्षतिग्रस्त पायी गई हैं। यह खबर शहर में आग की तरह फैलते ही लोगों में नाराजगी फैल गई। अब इस मामले में स्मार्ट सिटी कार्यालय के सीईओ राजेश शाही ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, तो वहीं कांग्रेस इस मामले में उज्जैन के महालोक की तरह घोटाले का आरोप लगाया है। दरअसल इस मंदिर में लगाने के लिए उज्जैन से कुल नौ मूर्तियां मंगाई गईं थीं, जिनमें से तीन मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इनको अब रिजेक्ट कर संबंधित ठेकेदार को दूसरी मूर्तियां लाने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि इन तीनों मूर्तियों को अब भगवान विष्णु के विराट स्वरूप के साथ ही क्षतिग्रस्त मूर्ति दोबारा आएंगी। गौरतलब है कि मुख्त्यिारगंज स्थित व्यंकटेश मंदिर में भगवान विष्णु के दशावतार को प्रदर्शित करने वाली मूर्तियां लगाई जानी हैं। इसमें से तीन मूर्तियों का कोई न कोई हिस्सा क्षतिग्रस्त है। इसमें किसी मूर्ति का बीच का हिस्सा तो किसी का हाथ क्षतिग्रस्त पाया गया है। फिलहाल लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर मूर्तियां क्षतिग्रस्त कैसे हुई हैं। फिलहाल यह तो जांच का विषय है, लेकिन इस तरह से धर्मावलंबियों की भावनाओंं को ठेस जरूर लगी है। उधर, इस मामले में जिम्मेदारों का कहना है कि फिलहाल मंदिर परिसर में लगाई गई किसी भी मूर्ति का भुगतान नहीं किया गया है। उनका कहना है कि भुगतान से पहले सभी मूर्तियों का वेरीफिकेशन कराया जाएगा इसके बाद ही भुगतान और लोकार्पण कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि मंदिर के चल रहे पुनर्निर्माण व विकास के कार्यों के साथ यहां लगाई जा रही भगवान विष्णु के दशावतार की मूर्तियों का लोकार्पण अगले माह अगस्त में कराया जाएगा।
स्मार्ट सिटी के ईडी हुए नाराज
स्मार्ट सिटी के ईडी राजेश शाही ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में चल रहे निर्माण व विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने व्यंकटेश मंदिर परिसर में लगी मूर्तियों में आई दरार के मामले में सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों से जवाब मांगा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ ? इसका जवाब संविदाकार से भी लिया जाए। उन्होंने जानना चाहा कि क्या कारण थे कि मूर्तियों में दरार आई, क्या विजिट करते हो, मूर्तियां भले ही स्थापित नहीं हुई है पर कोई भी सामान आता है तो उसे मौके पर आप लोग चेक नहीं करते हो। इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।