सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस का मातृशक्ति अभियान

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  • महिलाओं के लिए अलग से वचन पत्र जारी करेगी कांग्रेस

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस का रोडमैप लगभग तैयार हो गया है। विधानसभा चुनाव में जनता से जुड़े मुद्दों को कांग्रेस अपने वचन पत्र में शामिल करेगी। इसको लेकर कमलनाथ ने निर्देश दिए हैं कि पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक के ऐसे मुद्दों को वचन पत्र में शामिल किया जाए जो पब्लिक को कनेक्ट कर चुनाव में आकर्षित कर सकते हैं।  प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अलग-अलग वचन पत्र (घोषणा पत्र) जारी करेगी। महिलाओं के लिए अलग वचन पत्र जारी होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की निगरानी में पार्टी सत्ता में वापसी के रोडमैप पर काम कर रही है। पार्टी ने आधी आबादी को साधने के लिए विशेष तैयारी का रोडमैप तैयार किया है। इसके तहत कांग्रेस महिलाओं के लिए अलग से वचन पत्र जारी करेगी। इसमें महिला सुरक्षा, रोजगार और सशक्तिकरण के लिए नई योजनाएं शुरू करने के साथ पहले से संचालित विभिन्न योजनाओं को एक छतरी के नीचे लाकर मिशन खुशहाली प्रारंभ करने की कार्ययोजना भी प्रस्तुत की जाएगी। यह वचन पत्र 26 जनवरी से प्रारंभ होने वाले पार्टी के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के दौरान जारी किया जा सकता है। इसके अंतर्गत होने वाले महिला मार्च में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल होंगी।
प्रदेश में महिला बड़ा वोट बैंक
मप्र में  महिला बड़ा वोट बैंक है। दरअसल, राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए गए विशेष पुनरीक्षण अभियान में प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले बढ़ी है। 18 विधानसभा क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या एक जनवरी, 2023 की स्थिति में करीब 2.53 करोड़ से बढक़र 2.6 करोड़ हो गई है। पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं के नाम 2.79 प्रतिशत बढ़े हैं। जबकि, पुरुष मतदाताओं में वृद्धि 2.31 प्रतिशत हुई है। विशेष पुनरीक्षण अभियान में 41 जिलों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के नाम जोडऩे के आवेदन अधिक मिले थे। इसके कारण प्रति एक हजार पर महिला मतदाताओं की संख्या 926 से बढक़र 931 हो गई है। कांग्रेस ने वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के लिए पहली बार वचन पत्र घोषित किया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार महिलाओं के लिए अलग से वचन पत्र जारी करने के पीछे महिला मतदाताओं के बीच पार्टी की पैठ बढ़ाने की मंशा है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि कमलनाथ सरकार ने वचन पत्र पर काम प्रारंभ करते हुए महिलाओं के हित में कई कदम उठाए थे। पार्टी प्रारंभ से ही महिला सशक्तीकरण के पक्ष में रही है। यह उसी दिशा में अगला कदम है।
शिव की योजनाओं का काट बनेगा वचन पत्र
शिवराज सरकार द्वारा महिला मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए कई कार्यक्रम पहले से ही चलाए जा रहे हैं। इसकी कई योजनाओं को तो राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिल चुकी है। कांग्रेस अलग वचन पत्र के सहारे इसकी काट निकालना चाहती है। भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि हमारी पार्टी पहले भी महिलाओं के लिए वचन पत्र ला चुकी है। हम महिलाओं को संगठन में 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाले पहले और एकमात्र राजनीतिक दल हैं। लाड़ली लक्ष्मी, स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण से लेकर कई योजनाएं संचालित की गई हैं। पिछले चुनाव परिणामों को देखें तो राष्ट्रीय और प्रादेशिक स्तर पर महिलाओं के सर्वाधिक वोट भाजपा को मिले हैं। हम इसी दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं।

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