
जेनेवा /बिच्छू डॉट कॉम। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा, चीन ने प्रदर्शनों की आड़ में शातिराना ढंग से जीरो कोविड नीति को छोड़ा है, क्योंकि असल में उसकी यह नीति प्रभावी साबित नहीं हो रही थी और लगातार संक्रमण के मामले बढ़ रहे थे। उन्होंने कहा, अभी दुनियाभर में यह माना जा रहा है कि चीन ने जैसे ही जीरो कोविड नीति में ढील दी, संक्रमण की स्थिति विस्फोटक हो गई। सच्चाई यह है कि चीन के कोविड प्रबंधन के सभी प्रयास नाकाम साबित हो रहे थे। जीरो कोविड नीति के नाम पर लोगों पर अत्याचार किए जा रहे थे। कोविड संक्रमण के आंकड़े साझा नहीं करने को लेकर घेब्रेयसस ने चीन काे लताड़ा। कहा, यह आंकड़े संक्रमण के कारणों को समझने के लिए जरूरी हंै। चीन वायरस की उत्पत्ति से जुड़े जांच के मामले में भी सहयोग नहीं कर रहा है।
चीन में जुकाम, खांसी, बुखार की दवा और कोविड टेस्ट जांच की काफी तंगी हो गई है। चीन की फार्मा कंपनियों ने ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों को कोविड टेस्ट किट और दवाओं के बड़े ऑर्डर दिए हैं। इसके अलावा हांगकांग, मकाऊ से लोग अपने परिवार वालों को दवाएं व जांच किट भेज रहे हैं।