अब स्वीडिस सेना के हिस्सा बने मप्र के बम

स्वीडिस सेना
  • स्वीडन के फाइटर विमानों को किया जाएगा हाईटेक नमो बमों से

भोपाल/ब्यूरो/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश ही नहीं देश के लिए नया गौरव दिलाया है जबलपुर स्थित आयुध निर्माणी खमरिया ने। उसके द्वारा तैयार किए गए बमों का निर्यात शुरू होगा है। दरअसल यूरोपियन देश स्वीडन को पहली बार भारत 40 एमएम एंट्री एयर क्राफ्ट बम का निर्यात शुरू किया गया है। इस बम का नाम नमो रखा गया है।  यह पहला मौका है जब किसी यसूरोपियन देश को रक्षा सामग्री में खासतौर पर बमों का निर्यात शुरू किया गया है। स्वीडन द्वारा ऐसे 44 हजार बमों (कार्टेज केस) की सप्लाई का आदेश दिया गया है। एल-70 गन से फायर किए जाने वाला यह वर्जन जमीन और हवा दोनों से फायर किया जा सकता है। इसकी वजह से अब आयुध निर्माणी खमरिया की प्रोडक्शन वैरायटी में एक नया बम शामिल हो गया है। नॉर्डिक एमुनेशन कंपनी (नमो) ने इस तकनीकी पर पूरा मटेरियल दिया है। इसकी वजह से इस बम का नाम उसके ही नाम पर नमो रखा गया है। इन बमों की पहली खेप के रूप में 200 बम को स्वीडन रवाना भी कर दिया गया है। इसे रक्षा क्षेत्र के निर्यात में बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। दरअसल आयुध निमार्णी खमरिया कई तरह के रक्षा उत्पाद बनाती है , जिनमें बमों का निर्माण प्रमुख रुप से होता है। गौरतलब है कि इसके पहले यहां पर वायुसेना के लिए बेहद खतरनाक जीपी बम भी बनाए जा चुके हैं। यह बम ना केवल भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने वाले माने जाते हैं, बल्कि  दुश्मनों के लिए काल भी माने जाते हैं। इस बम की लंबाई 1.9 मीटर और वजन 500 किलोग्राम है। इस बम को जगुआर और सुखोई से भी गिराया जा सकता है। इस बम की खासियत यह है की इसमें  में 21000 स्टील बॉल मौजूद हैं। जो किसी भी दुश्मन के छक्के छुड़ाने में बेहद कारगर है। 500 केजी एयरड्रॉप बम के माध्यम से दुश्मन के ब्रिज ,बंकर, रनवे और ट्रैक जैसी बड़ी अधोसंरचना को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है।  यह वायु सेना के लिए एडवांस बम है जो कई तरह की नई तकनीकों से लैस है।

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