आमजन को आठ टोल नाकों से गडकरी भी नहीं दिला सके राहत

आमजन
  • केंद्रीय मंत्री द्वारा घोषित समय सीमा निकली, नहीं हटा एक भी टोल नाका

बिच्छू डॉट कॉम।केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा मार्च माह में की गई घोषणा पर अब तक अमल नहीं हो पाने से लाखों वाहन चालकों की जेब अब भी टोल के नाम पर काटी जा रही है।  मप्र में अभी एनएचएआई के 64 टोल में से ऐसे एक दो नहीं बल्कि 15 टोल नाके हैं जो 60 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित हैं। इनमें से आठ को हटाया जाना है।  गडकरी द्वारा 23 मार्च को संसद में घोषणा की गई थी कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर 60 किमी के दायरे में दो बार टोल नहीं वसूला जा सकता।  उन्होंने  कहा था की यदि किसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर 60 किमी के अंदर दो टोल नाके हैं, तो एक को तीन माह के अंदर हटा दिया जाएगा। अब  तीन माह की अवधि समाप्त हो गई है , लेकिन फिर भी कोई टोल नाका नहीं हट सका है। खास बात यह है कि गडकरी की घोषणा के बाद एनएचएआइ के अफसरों ने ऐसे 15 टोल नाके पाए थे , जिनकी दूरी दूसरे टोल नाके से 60 किलोमीटर से कम है।
इसकी वजह से आठ टोल नाकों को हटाया जाना था। इन टोल नाकों के न हटने की वजह से हर माह वाहन चालकों से करोड़ों रुपए की वसूली हो रही है। तीन माह में इन टोल नाकों से करोड़ों रुपए की राशी बतौर टोल के रुप में वूसली जा चुकी है। हालांकि इस मामले में विभाग के अफसरों का कहना है कि उन्हें हटाने की प्रक्रिया चल रही है, इसका प्रस्ताव अभी मंत्रालय स्तर पर विचाराधीन है।
यह  पहले से है नियम:  राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियमावली 2008 के मुताबिक किसी भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर 60 किमी की दूरी में कोई अन्य टोल प्लाजा नहीं बनाया जा सकता। फिर भी ये चारों टोल इस नियम की धज्जियां उड़ाते हुए सालों से टोल वसूली कर रहे हैं। इस मामले में विभाग द्वारा भी नियमों की अनदेखी कर टोल स्थापित करवाने में वाले अफसरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। फिलहाल नेशनल हाईवे अथॉरिटी आॅफ इंडिया (एनएचएआई) के भोपाल स्थित रीजनल आॅफिस ने इन टोल प्लाजा की डिटेल केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय को भेजी है।
यह हैं टोल नाके
एनएच तीन पर गुना बायपास खंड पर 13 किमीटर पर ही टोल नाका है। इसी तरह से सतना जिले के रीवा मैहर मार्ग पर ओकी पैपखार पर एक टोल से दूसरे की दूरी 55 किमी है, , इसी तरह से एनएच तीस पर खेरवासनी  टोल नाका मैहर – स्लीमनाबाद के बीच 48 किमी पर है, जबकि चौथा  इसी एनएच पर सिवनी जिले के अल्लोनिया पर है, जिसकी दूसरे टोल से दूरी 56 किलोमीटर की है। राष्ट्रीय राजमार्ग 46 पर औबेदुल्लागंज के विशनखेड़ा नाका से बुधनी के बगवाड़ा नाका भी 35 किमी दूर है। राजगढ़ से से आठ किमी दूर ब्यावरा रोड पर भी स्थित नाके की भी यही स्थिति है। इनमें से लगभग हर टोल नाके पर  हर माह औसतन एक करोड़ रुपए की वसूली की जाती है।

Related Articles