
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। अपने एक दिवसीय दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रदेश के नेताओं की कार्यप्रणाली से खुश नहीं है। उनकी नाराजगी की वजह है नेताओंं में समन्वय और संवादहीनता का होना। यही वजह है कि उन्हें इस मामले में नसीहत तक देनी पड़ गई है। यह बात अलग है कि वे संगठन द्वारा लगातार किए जाने वाले कामों व उसकी सक्रियता की वजह से संगठन की पीठ ठोकने को मजबूर हो गए। संगठन द्वारा चलाए गए बूथ विस्तार जैसे कार्यक्रमों से वे बेहद संतुष्ट नजर आए। सत्ता-संगठन के नेताओं खासतौर पर सांसद-विधायक और जिलाध्यक्षों के बीच उन्होंने संवाद और समन्वय की कमी का उल्लेख करते हुए उन्हें इस मामले में नसीहत तक देनी पड़ी। मध्यप्रदेश में भाजपा संगठन द्वारा 10 फीसदी वोट शेयर बढ़ाने के लिए बूथ स्तर पर चलाए. गए बूथ विस्तार और डिजिटलाइजेशन का उन्हें बैठक में संगठन की ओर से ब्यौरा दिया गया। इस मुहिम की नड्डा ने तारीफ की लेकिन लगे हाथ उन्होंने वरिष्ठ स्तर पर नेताओं और संगठन के तालमेल का सवाल भी उठाया।
उन्होंने कहा कि यह ठीक बात नहीं कि कई जगह सांसद, विधायकों के बीच संवाद नहीं है। उन्होंने पार्टी की जिला इकाई के साथ मंत्री, विधायकों के बीच कामकाज को लेकर मौजूद कम्युनिकेशन गैप पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने समझाइश वाले अंदाज में कहा कि इस कमी को समय रहते दूर हर हाल में कर लिया जाए।
नेताओं से मिला था फीडबैक
गौरतलब है कि पिछले दिनों मालवा, महाकोशल और मध्य भारत क्षेत्र के कुछ नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से दिल्ली में मुलाकात कर संगठन की मौजूदा स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दी थी। यही वजह है कि नड्डा को खासतौर पर सत्ता-संगठन के बीच सामंजस्य बनाने पर जोर देना पड़ा है। इंदौर में देर रात तक बैठक के दौरान भी उन्होंने मिशन 2023 के पहले जरूरी तैयारियों को लेकर कुछ कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं। खास बात यह है कि इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी भी मौजूद थे।
संगठन के नवाचारों की सराहना
मध्य प्रदेश में भाजपा संगठन द्वारा किए गए नवाचारों को नड्डा द्वारा न केवल सराहा गया बल्कि इसके लिए संगठन की पीठ भी थपथपाई गई। दरअसल इसके तहत भारतीय जनता पार्टी ने डिजिटल बूथ बनने के लिए संगठन ऐप बनाया है, जिस पर 65 हजार बूथों से संबंधित पूरी जानकारी संकलित की गई है। इसके लिए पार्टी द्वारा बूथ विस्तारक अभियान के दौरान डिजिटलाइजेशन का काम किया गया है। इसके लिए प्रदेश में 20 जनवरी से 5 फरवरी तक 20 हजार विस्तारकों को 100 घण्टे अपने निर्धारित बूथों पर भेजा गया था। इस दौरान बूथ समिति, पन्ना समिति और बूथ के की-वोटर के नाम नम्बर और उनकी जानकारी संगठन एप में दर्ज की गई।