तो क्या पंत हैं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार का खलनायक…..ऋषभ होंगे द्रविड़ सर की क्लास में….

द्रविड़-पंत

जोहान्सबर्ग/बिच्छू डॉट कॉम।  एक ऐसा ग्राउंड जहां भारत पिछले चार दशक से नहीं हारा था वहां पर 7 विकेट की हार किसी को पच नहीं रही है….कुछ लोग इसका ठीकरा गेंदबाजों पर फोड़ रहे हैं तो कुछ का मानना है कि इसके लिए सिर्फ और सिर्फ ऋषभ पंत जिम्मेदार हैं जिनके एक गैर जिम्मेदाराना शॉट ने सब मटिया मेट कर दिया….. अब द्रविड़ सर की क्लास में जल्द ही पंत की पेशी होने वाली है। गुरुवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भारत को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ ने मैच के बाद वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि टीम प्रबंधन ऋषभ पंत से उनके आक्रामक खेल के बारे में बात करेगा। द्रविड़ ने माना कि पंत ने अपने आक्रामक अंदाज से टेस्ट फॉर्मेट में भी खुद को एक मैच-विनर के रूप में स्थापित किया है। हालांकि, वह चाहते हैं कि यह युवा खिलाड़ी परिस्थितियों को थोड़ा ध्यान में रखे। द्रविड़ ने पंत को सलाह दी कि वह विकेट पर उतरते ही आक्रामक शॉट खेलने के बजाय शुरुआत में पिच पर थोड़ा वक्त बिताकर पिच और परिस्थितियों का थोड़ा आकलन कर लें। द्रविड़ ने जोहान्सबर्ग में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, एक तरह से हम जानते हैं कि ऋषभ पंत सकारात्मक अंदाज में खेलते हैं। उनके खेलने का अपना एक अलग तरीका है और इससे उन्हें थोड़ी बहुत कामयाबी भी मिली है। लेकिन बेशक, ऐसा वक्त होगा जब हम उनसे इस बारे में बात करेंगे। उन्होंने कहा, बात सिर्फ इतनी है कि उस तरह के शॉट खेलने का सही वक्त क्या हो। कोई भी ऋषभ से यह कहने नहीं जा रहा है कि वह सकारात्मक या आक्रामक क्रिकेट न खेलें। लेकिन कई बार सवाल उस तरह का क्रिकेट खेलने के लिए सही वक्त का चयन करने का होता है। जब आप क्रीज पर बल्लेबाजी करने उतरे हों तो यही सलाह रहती है कि आप खुद को थोड़ा अधिक वक्त दें। राहुल द्रविड़ ने उम्मीद जताई कि ऋषभ पंत इन मुश्किल हालात के अपने अनुभवों से सीखेंगे और भविष्य में बेहतर खिलाड़ी बनेंगे। द्रविड़ ने बताया, लेकिन आखिर में, हमें पता है कि पंत हमारे लिए क्या कर सकते हैं। वह बहुत सकारात्मक बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी हैं। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो बहुत जल्दी मैच का रुख बदल सकते हैं। वह भी बहुत आसानी से। हम उनसे यह नहीं छीनेंगे और न ही उन्हें अलग तरह का खिलाड़ी बनने के लिए कहेंगे। वह अब भी सीख रहे हैं और उम्मीद है कि वह लगातार सुधार करते रहेंगे और बेहतर होते रहेंगे। ऋषभ पंत ने जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच में असफल रहे। उन्होंने पहली पारी में 17 रन बनाए और दूसरी पारी में वह खाता भी नहीं खोल पाए। पंत के रन से ज्यादा सुनील गावस्कर जैसे महान खिलाड़ियों ने उनके रवैये पर सवाल उठाए। अपनी दूसरी पारी में सिर्फ तीसरी ही गेंद पर वह आउट हो गए। उन्होंने कागिसो रबाडा की गेंद पर आक्रामक शॉट खेला।

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