
नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। आमतौर पर कोई गेंदबाज मुकाबलों में एक हैट्रिक पाने के लिए तरस जाता है लेकिन एक भारतीय गेंदबाज ऐसा भी है जो इस समय ऑस्ट्रेलिया में अपनी गेंदबाजी से सबको पानी पानी कर रहा है….. खास बात यह है कि इस खिलाड़ी ने एक बार नहीं बल्कि तीन बार हैट्रिक का कारनामा करके इतिहास रच दिया है…. ये हैं भारतीय मूल के क्रिकेटर संधू जो बिग बैश लीग में यह करिश्मा दिखा रहे हैं। संधू बीबीएल में अपनी पहली और घरेलू क्रिकेट में तीसरी हैट्रिक पूरी की। वह ऐसा करने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट भी बन गए हैं। इससे पहले उन्होंने लिस्ट ए क्रिकेट में 50 ओवर के खेल में दो बार हैट्रिक अपने नाम की थी। संधू ने सबसे पहले 2018 में जेएलटी वनडे कप में तस्मानिया की तरफ से खेलते हुए विक्टोरिया के खिलाफ पहली हैट्रिक ली थी। इसके बाद उन्होंने पिछले साल 2021 में मार्श कप में हैट्रिक लेने का कीर्तिमान बनाया। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दो हैट्रिक लेने वाले वह पहले ऑस्ट्रेलियाई भी हैं। अब उन्होंने टी-20 लीग में हैट्रिक लेकर अपना कद और भी बढ़ा लिया है। बीबीएल हैट्रिक की बात करें तो दाएं हाथ के 28 वर्षीय गेंदबाज संधू ने सिडनी थंडर्स की तरफ से खेलते हुए पर्थ स्कोचर्स के खिलाफ लगातार 3 गेंदों में 3 विकेट झटकते हुए अपनी हैट्रिक पूरी की। उन्होंने यह कारनामा दो ओवरों की 3 गेंदों में किया। गुरिंदर ने तीसरे ओवर की आखिरी गेंद पर कोलिन मुनरो को आउट किया और इसके बाद चौथे ओवर की शुरू की दो गेंदों में आरोन हार्डी और लॉरी इवांस को अपना शिकार बनाया। गुरिंदर ने पारी के 12वें ओवर की आखिरी गेंद पर कोलिन मुनरो को 18 रनों के निजी स्कोर पर बेन कटिंग के हाथों कैच कराया। इसके बाद वह 16वें ओवर में अपने कोटे का आखिरी ओवर करने लौटे और पहली ही गेंद पर हार्डी को चार रन के स्कोर पर अपनी जाल में फंसाया। इसके बाद संधू ने लॉरी इवांस को 20 रन के स्कोर पर विकेटकीपर सैम बिलिंग्स के हाथों कैच कराया। तीन गेंदों में तीन खिलाड़ियों को पवेलियन भेजने के साथ ही संधू सिडनी थंडर्स के लिए हैट्रिक लेने वाले पहले खिलाड़ी भी बन गए। उन्होंने मैच में 4 ओवरों में 22 रन देकर 4 विकेट झटके। संधू ने ऑस्ट्रेलिया के लिए दो एकदिवसीय मुकाबले भी खेले हैं। उन्होंने जनवरी 2015 में भारत के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था। उस समय उन्होंने अजिंक्य रहाणे का विकेट चटकाया था और 58 रन देकर एक विकेट हासिल किया था। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा मैच खेला और इसमें शतक लगाने वाले इयान बेल और और कप्तान इयोन मोर्गन को पवेलियन भेजा था।