कांग्रेस का घोषणापत्र पर काम शुरू केंद्र में रहेंगे युवा

कांग्रेस

आमजन पर असरकारक मुद्दों की तलाश जारी

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में भले ही अभी विधानसभा चुनाव के लिए दस माह का समय है, लेकिन कांग्रेस अभी से चुनावी तैयारियों में पूरी तरह से जुट गई है। इसी कड़ी में पार्टी ने घोषणा पत्र पर काम शुरु कर दिया है। इस बार विधानसभा चुनाव की तैयारियां पूरी तरह से कांग्रेस द्वारा नगरीय निकाय चुनावों की तर्ज पर की जा रही हैं। निकाय चुनाव में कांग्रेस ने बहुत पहले से तैयारियों पर काम करना शुरु कर दिया था, जिसका फायदा भी उसे हुआ। यही वजह है कि इस बार कांग्रेस हर वो कदम समय से पहले उठा रही है जो चुनावी दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इसमें भी सबसे अहम है चुनावी घोषणा पत्र। दरअसल कमलनाथ चाहते हैं कि उनकी पार्टी की घोषणा की जानकारी हर आम मतदाता तक समय रहते पहुंचनी चाहिए। यही वजह है कि पार्टी के बड़े सार्वजनिक आयोजना में वे एक न एक मुद्दे को प्राथमिकता के साथ रख रहे हैं। वे अब तक करीब आधा दर्जन वादे जनता से कर चुके हैं। इन वादों को भी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में अहम स्थान मिलना तय है। इनमें भी पार्टी का पूरा जोर उन बिंदुओं पर रहने वाला है जो आधी आबादी यानी की महिलाओं को और युवाओं को पार्टी से जोड़ सकें। चुनावी घोषणा पत्र समिति का उनके द्वारा बहुत पहले ही गठन कर दिया गया था। इसका अध्यक्ष पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह को बनाया गया है। यह बात अलग है कि इस समिति की पहली बैठक लंबे इंतजार के बाद हो रही है। कमलनाथ पार्टी के घोषणा पत्र को चुनाव से तीन माह पहले जारी करने की रणनीति पहले ही बना चुके हैं।
युवाओं के यह मामले संभावित
घोषणा-पत्र में कांग्रेस का फोकस युवाओं के लिए रोजगार मुहैया कराने पर होगा। इसे वर्तमान में व्याप्त बेरोजगारी को देखते हुए चुनौती के रूप में लिया जाएगा। इसमें सरकारी भर्तियां किए जाने और स्थानीय स्तर पर रोजगार दिए जाने पर चर्चा की जा चुकी है। प्रदेश में संविदा कल्चर पूरी तरह खत्म किया जाएगा। महंगाई कम करने के लिए घरेलू गैस की कीमतों में कमी करने और पेट्रोल डीजल पर वैट कम करने का फार्मूला तैयार होगा, जिससे ट्रांसपोर्टेशन का चार्ज कम हो और आवश्यक वस्तुओं की कीमत कम की जा सके।
यह बिंदु रहेंगेे चर्चा में
बैठक में घोषणा पत्र के लिए जिन बिंदुओं पर चर्चा की जानी है, उनमें महिलाओं व युवाओं के भी कई अहम मामले शामिल हैं। खास बात यह है कि इस समिति में रिटायर्ड आईएएस शामिल हैं, जो चुनाव घोषणा पत्र में शामिल किए जाने वाले बिंदुओं पर चर्चा करेंगे। महिलाओं के लिए अलग से घोषणा पत्र बनेगा। इसमें रसोई गैस के साथ अन्य वस्तुओं की कीमतें कम करने के वादे होंगे। घोषणा पत्र में जिन बिंदुओं को शामिल किया जाना है, उसमें अहम किसानों की कर्जमाफी का होगा। इसके साथ ही राजस्थान और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन की बहाली प्रमुख होगा। प्रदेश में ठेका प्रथा पूरी तरह से खत्म करने के नियमित भर्तियों का वादा होगा। घोषणा पत्र में शामिल बिंदु पूरी तरह से जमीनी होंगे। इन्हें पूरा करने पर कितनी राशि की जरूरत होगी तथा प्रदेश के मौजूदा संसाधनों में उन्हें कैसे पूरा जाएगा, इस बारे में भी चर्चा होगी।
बनाई गई उप समितियां
कांग्रेस इस बार 2 वचन पत्र तैयार करने जा रही है। एक सामान्य वचन पत्र होगा और एक वचन-पत्र महिलाओं के लिए तैयार किया जाएगा। वचन पत्र तैयार करने को लेकर 10 उपसमितियां बनाई गई हैं। इन उप समितियों को अलग अलग विभागों और वर्गों की जिम्मेदारी दी गई है।
एक महीने बाद सभी उपसमितियों की फिर बैठक होगी। बैठक में सभी उपसमितियों को बिंदुवार अपने-अपने विभागों वर्गों के संबंध में जानकारी देना होगी और इन जानकारियों के माध्यम से वचन पत्र का ड्राफ्ट तैयार होगा। सूत्रों का कहना है कि वित्त, पर्यटन, आबकारी, विद्युत, खनिज संपदा के लिए एनपी प्रजापति की अध्यक्षता में और स्वास्थ्य, धार्मिक एवं धर्मस्व, शिक्षा, कौशल उन्नयन के लिए मुकेश नायक की अध्यक्षता में उप समिति बनाई गई है। आदिवासी, युवा रोजगार, खेल, विज्ञान के लिए ओमकार सिंह मरकाम की अध्यक्षता में, अनुसूचित जातियों के विकास, महिला सशक्तिकरण एवं बाल कल्याण, कला संस्कृति के लिए सज्जन सिंह वर्मा की अध्यक्षता में पिछड़ा वर्ग कल्याण, कृषि, पशुपालन के लिए लाखन सिंह यादव की अध्यक्षता में, अल्पसंख्यक कल्याण, सामाजिक समरसता, सामान्य निर्धन वर्ग के लिए सैय्यद साजिद अली की अध्यक्षता में, सरकारी कर्मचारियों की समस्याओं और नगरीय निकायों के लिए। तरुण भनोट की अध्यक्षता में उप कमेटी गठित की गई है।

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