टेट के आवेदन से ईएसबी ने की कई करोड़ रुपए की कमाई

ईएसबी

हर उम्मीदवार से 50 और 100 रुपए की अतिरिक्त फीस ले रहा मंडल…

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रतियोगी परीक्षाएं इस समय कमाई का सबसे बड़ा माध्यम बनी हुई हैं। मप्र में प्रतियोगी परीक्षाएं कराने वाला मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) आवेदनों से ही करोड़ों की कमाई कर रहा है। प्रतियोगी परीक्षा होगी या नहीं, नौकरी मिलेगी या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है लेकिन ईएसबी की कमाई खूब हो रही है। अभी हाल ही में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट)के आवेदन भरे जाने से ही ईएसबी ने 5.50 करोड़ की कमाई कर ली है।
वर्तमान में ईएसबी द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन जमा कराए जा रहे हैं। मंडल ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए तो फीस ले रहा है साथ ही स्कूल शिक्षा विभाग के लिए भी हर एक उम्मीदवार से आवेदन करते समय 50 और 100 रुपए की अतिरिक्त फीस ले रहा है। अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों से 100 रुपए और अनारक्षित वर्ग में ओबीसी, एससी, एसटी सहित दिव्यांग उम्मीदवारों से 50 रुपए लिए जा रहे हैं। उम्मीदवारों का कहना है कि विभाग बेरोजगारों से कमाई करने में लगा है। जब परीक्षा कराने के लिए मंडल पैसा लेता है तो इस तरह अतिरिक्त फीस लेने की बात समझ आता है, लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग अतिरिक्त फीस लेकर उन पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
 बेरोजगारों से वसूली  जा रही अतिरिक्त राशि
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2020 में भी यह अतिरिक्त राशि ली गई थी। अकेली इस एक परीक्षा से मंडल को 5.50 करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई हुई। इस परीक्षा में 7,915, 88 आवेदन आए थे, जिनसे अतिरिक्त फीस ली गई। अब यही परंपरा आने वाली परीक्षाओं के लिए शुरू कर दी है। उम्मीदवारों का कहना है कि लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) में बैठे अधिकारी-कर्मचारी जो काम कर रहे हैं, उनके लिए सरकार हर महीने वेतन दे रही है तो बेरोजगारों पर इस तरह का अतिरिक्त बोझ क्यों डाला जा रहा है। उम्मीदवारों का कहना है कि पुलिस विभाग भी आरक्षक भर्ती के लिए अतिरिक्त पैसा लेता है, लेकिन वह लिखित परीक्षा के बाद फिजिकल टेस्ट भी कराता है, लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग ऐसा नहीं करता। खास बात यह है कि अब शिक्षक भर्ती के लिए दो परीक्षाएं होंगी। मंडल द्वारा आयोजित कराई जानी वाली पात्रता परीक्षा के बाद चयन परीक्षा भी होगी। लेकिन, यह फीस चयन परीक्षा के लिए भी नहीं ली जा रही है। जब चयन परीक्षा होगी, तब अलग से परीक्षा शुल्क फिर लिया जाएगा। ऐसे में भी अतिरिक्त फीस लिए जाने का कोई मतलब समझ नहीं आ रहा है। ऐसे में उम्मीदवार परेशान हो रहे हैं। अभी उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा- 2022 के लिए आवेदन जमा हो रहे हैं। इसमें अतिरिक्त फीस के साथ अनारक्षित वर्ग से 660 रुपए, आरक्षित वर्ग से 360 रुपए जमा कराए जा रहे हैं। इसमें 60 रुपए एमपी ऑनलाइन पोर्टल के हैं। 30 जनवरी से माध्यमिक शिक्षक (विषय शिक्षक), माध्यमिक शिक्षक (खेल, संगीत-गायन वादन) के लिए पात्रता परीक्षा-2023 भी होनी है। 30 जनवरी से आवेदन जमा होंगे। इसमें भी अतिरिक्त फीस ली जाएगी।
शिक्षकों की ट्रेनिंग की भी राशि वसूल रहे
गौरतलब है कि प्राथमिक शिक्षक पात्रता के लिए 307427 अनारक्षित उम्मीदवार शामिल हुए। इनसे 3,07,42,700 रुपए अतिरिक्त जमा हुए। आरक्षित वर्ग के 468843 उम्मीदवारों से 2,34,42,150 जमा हुए। लोक शिक्षण संचालनालय के एडिशनल डायरेक्टर कामना आचार्य का कहना है कि रूलबुक तैयार करने जैसी कार्रवाई के अलावा चयनित शिक्षकों की ट्रेनिंग कराने के लिए यह अतिरिक्त राशि ली जा रही है। आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय अभय वर्मा का कहना है कि भर्ती से जुड़ी कई कार्रवाई होती हैं। इसके लिए आउटसोर्स एजेंसी, मेनपॉवर रखा है। इनके खर्च के लिए यह फीस ली जा रही है। एमपी ऑनलाइन के बिजनेस हेड शंकर दास का कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग हमें कोई अतिरिक्त राशि नहीं देता। चयन प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवार जब च्वाइस भरता है, तब 100 रुपए लिए जाते हैं।

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