बाहरी प्रत्याशियों से तौबा करेगी कांग्रेस

कांग्रेस
  • कमलनाथ ने किया मीडिया के सामने खुलास …

    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। बीते आम विधानसभा चुनाव में बाहरी प्रत्याशियों की वजह से कई सीटों पर जामानत गंवाने वाली कांग्रेस ने सबक लेते हुए इस बार स्थानीय नेताओं को ही प्रत्याशी बनाए जाने का तय किया है। इसकी वजह से उन क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं ने राहत की सांस ली है, जहां पर बाहरी नेताओं की वजह से स्थानीय नेता चुनाव लड़ने से वंचित हो रहे थे। खास बात यह है कि कांग्रेस द्वारा बाहरी प्रत्याशियों को टिकट देने के किए गए प्रयोग से कांग्रेस को कई अपनी पंरपरागत सीटों से भी हाथ धोना पड़ा है। इनमें निवाड़ी और वारा सिवनी का उदाहरण कांग्रेस के सामने है। यही वजह है कि कांग्रेस ने अब इस तरह के प्रयोग से तौबा कर ली है। इस मामले की जानकारी खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मीडिया को चर्चा में दी है। उन्होंने कहा कि आगामी  विधानसभा चुनाव में कांग्रेस स्थानीय लोगों को ही टिकट में प्राथमिकता देगी। यानी बाहरी को संबंधित विधानसभा क्षेत्र में मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि जो लोग जमीन पर अच्छा काम कर रहे हैं, उन्हें टिकट दिया जाएगा। कमलनाथ ने कहा कि जिन सीटों पर कांग्रेस कई चुनाव से लगातार हार रही है, वहां से भी फीडबैक मिल रहा है कि जनता अब बदलाव चाहती है। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस में गुटबाजी से इंकार करते हुए कहा कि कोई किसी नेता का ज्यादा करीब होता है। कोई किसी दूसरे नेता का। जब पूछा गया कि कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी। इस पर उन्होंने कहा कि मैं शिवराज सिंह की तरह घोषणाएं नहीं करता, पर नेता-कार्यकर्ताओं के साथ ही जनता में जबरदस्त उत्साह है। सतना में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में अजय सिंह के न पहुंचने के सवाल पर नाथ ने कहा कि वे कहीं व्यस्त थे। सूचना उन्होंने दे दी थी। सांसद प्रज्ञा ठाकुर के हेट स्पीच पर कहा कि भाजपा को सोचना चाहिए कि जड़ कहां है। माई के लाल वाले बयान से कांग्रेस को फिर फायदा होगा, इस पर नाथ ने कहा कि सरकार को सबसे बातचीत करनी चाहिए।
    हर सीट की वास्तविकता कर रहे पता
    कांग्रेस एक-एक विधानसभा सीट की जमीनी हकीकत देख रही है। सर्वे का भी सहारा लिया जा रहा है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान नाथ 50 सीटों का फीडबैक भी ले चुके हैं। नाथ ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जनता से बहुत सारी जानकारी मिल जाती थी। पूछता था कि कहां से हो, बताओ आपके यहां कौन ठीक रहेगा। सर्वे कराने पर कहा- सर्वे हमेशा होते हैं, लेकिन वे सिर्फ इशारा होता है। लंबे समय से हार रही सीटों पर छह माह पहले टिकट देने के सवाल पर कहा इस पर हम सबसे चर्चा कर रहे हैं।
    प्रशासन पर दबाव का आरोप
    कमलनाथ ने कहा है कि जिस तरह से भाजपा सरकार अधिकारियों और पुलिस पर दबाव बनाकर काम करवा रही है, इससे काफी संकट की स्थिति बनती जा रही है। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की बैठक में उन्होंने यह बात कही। नाथ ने वादा किया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनते ही पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकारों द्वारा समाज में बिखराव किया जा रहा है। भाषा का विरोध किया जा रहा है। धर्म को बांटा जा रहा है। खालिस्तान के नारे लगाए जा रहे है। आज जो तस्वीर हमारे सामने है, उसे बदलने हमें हमारी संस्कृति और संविधान का रक्षक बनना होगा। भाजपा की राजनीति गुमराह करने ओर ध्यान मोड़ने की है। प्रदेश में शिवराज सरकार में तो भ्रष्टाचार का ऐसा आलम है कि आज पैसा, पुलिस और प्रशासन की राजनीति हो रही है। यदि आपको संस्कृति और संविधान को बचाना है तो अगले सात माह के लिए अपना कार्यक्रम बनाएं, भाजपा की ध्यान मोड़ने े की राजनीति का जवाब हमें जनता के बीच जाकर देना है। मप्र कांग्रेस पूर्व अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डीएस राय ने कहा कि हमें आदिवासियों को और जोड़ना होगा। भाजपा ने आदिवासियों का नाम बदलकर वनवासी कर दिया है। इससे उनकी पहचान ही बदल दी है। आरोप लगाया कि भाजपा हमेशा से कर्मचारियों की विरोधी रही है। आयोजन को प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोहर राव नायडू, महेन्द्र सिंह, डॉ. रामप्रसाद सिंह ने भी संबोधित किया।

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