किसानों को हल्के में न ले सरकार: सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू

बिच्छू डॉट कॉम। बीते दिनों कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की जमकर तारीफ की थी। मान से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि सीएम जमीन से जुड़े हुए इंसान हैं। अब उनके सुर बदले-बदले नजर आने लगे हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर सिद्धू ने भगवंत मान पर निशाना साधा है। उन्होंने कई ट्वीट किए और कहा कि भगवंत मान विश्वास खो रहे हैं। सिद्धू ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की आईटी सेल के लोग किसानों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने भगवंत मान को सलाह देते हुए कहा कि वे किसानों से न टकराएं क्योंकि पंजाब की 60 फीसदी आबादी किसान है और राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी हैं।

सिद्धू ने कहा कि अगर भगवंत मान किसानों की समस्या का समाधान कर दें तो राज्य की 70 फीसदी समस्याएं यूं ही खत्म हो जाएंगी। सिद्धू ने लिखा कि आज तक किसानों के खिलाफ कोई भी लड़ाई नहीं जीत सका। बता दें कि मंगलवार को किसान चंडीगढ़ की तरफ कूच कर रहे थे लेकिन उन्हें मोहाली बॉर्डर पर पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद वे धरने पर बैठ गए। भगवंत मान ने किसानों की मांगों को गैर जरूरी ठहराते हुए कहा कि किसानों को नारेबाजी बंद करके सरकार के साथ आना चाहिए और राज्य में घटते भूजल की जांच करवानी चाहिए। भगवंत मान ने कहा, मैं किसानों से मिलने को तैयार हूं लेकिन मुर्दाबाद के नारे लगाना कोई तरीका नहीं है। मैं खुद किसान का बेटा हूं। मैं कहता हूं कि बासमती और मूंग दाल की एमएसपी तय होगी, तो हमारा सहयोग करना चाहिए, सब कुछ मुर्दाबाद से नहीं किया जा सकता।

सिद्धू ने कहा कि 80 फीसदी किसानों के लिए धान की फसल डायरेक्ट बोना संभव नहीं है। हम आम आदमी पार्टी की सरकार से रिक्वेस्ट करते हैं कि किसानों की बिजली की समस्या पर ध्यान दें। सिद्धू ने कहा, जहां तक मुर्दाबाद का सवाल है, विपक्ष में रहकर हमेशा आपने मुर्दाबाद ही किया है। किसानों के प्रति सम्मान रखिए और दिल्ली की तरह काम न करिए जहां कि तीन काले कानूनों का नोटिस तक अरविंद केजरीवाल की सरकार ने जारी कर दिया था।

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