अग्निपथ योजना की समीक्षा करे सरकार: कैप्टन अमरिंदर

अमरिंदर सिंह

बिच्छू डॉट कॉम। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के सहयोगी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को केंद्र सरकार से सेना में ‘अग्निपथ’ नीति की समीक्षा करने का सुझाव दिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद पूर्व सैनिक रह चुके हैं और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने भी सेना में अपनी सेवा दी है। अमरिंदर सिंह ने आगे कहा कि यह लंबे समय से मौजूद रेजिमेंट के विशिष्ट लोकाचार को कमजोर करेगा। उन्होंने कहा कि एक सैनिक के लिए चार साल की सेवा बहुत कम है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि भारती सेना में इस तरह के परिवर्तन की जरूरत क्यों आ गई, जो इतने सालों से देश के लिए इतना अच्छा काम कर रही है। उन्होंने कहा, तीन साल की प्रभावी सेवा के साथ चार साल के लिए सैनिकों को काम पर रखना, सैन्य रूप से देखे तो अच्छा विचार नहीं है।

अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस राज्य में भाजपा की सहयोगी है। अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘तीन साल की प्रभावी सेवा के साथ चार साल के लिए सैनिकों को भर्ती करना, सैन्य रूप से एक अच्छा विचार नहीं है।’ बता दें कि विपक्षी पार्टियां भी केंद्र सरकार के इस फैसले का का विरोध कर रही है। उनका कहना है कि यह युवाओं की भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की संक्षिप्त अवधि के लिए संविदा के आधार पर की जाएगी। योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।

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