हिरोशिमा मुझे बखमुत की याद दिलाता है, वहां कुछ भी जीवित नहीं बचा: जेलेंस्की

 वलोडिमिर जेलेंस्की

हिरोशिमा। यूक्रेन और रूस के बीच चल रही लड़ाई के बीच जापान में जी7 का आयोजन किया गया। पीएम मोदी समेत दुनिया के तमाम ताकतवर नेताओं ने इस सम्मेलन में भाग लिया। रविवार को जी7 सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने आश्चर्यजनक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हिरोशिमा मुझे बखमुत की याद दिलाता है, वहां अब कुछ भी जीवित नहीं बचा है। जेलेंस्की ने हिरोशिमा में हुए नरसंहार की तुलना बखमुत में रूसी सेना द्वारा किए हमलों से की।

जेलेंस्की ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हिरोशिमा की तस्वीरों ने उन्हें बखमुत की याद दिला दी। आगे कहा कि मैं आपको खुले तौर पर बताऊंगा, बर्बाद हिरोशिमा की तस्वीरें मुझे बखमुत और इसी तरह की अन्य बस्तियों की याद दिलाती हैं। वहां कुछ भी जीवित नहीं बचा, सभी इमारतें बर्बाद हो गईं हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने जेलेंस्की से कहा कि पूरा जी7 यूक्रेन के साथ है और मैं वादा करता हूं कि हम कहीं नहीं जा रहे हैं।

जी7 सम्मेलन के बीच रूसी सेना ने शनिवार को बखमुत का पूर्ण नियंत्रण हासिल करने का दावा किया था। हालांकि यूक्रेन ने इसे खारिज करते हुए कहा कि हमारे सैनिक अभी लड़ रहे हैं, लड़ाई जारी है। वहीं पूर्वी यूक्रेन में कब्जे के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैगनर निजी सेना और रूसी सैनिकों की हमला करने वाली टीमों को बधाई दी। रूस की निजी सेना ‘वैगनर’ के प्रमुख ने शनिवार को दावा किया कि उसने रूस-यूक्रेन युद्ध की सबसे लंबी और सबसे कठिन लड़ाई के बाद बखमुत शहर पर नियंत्रण कर लिया है, लेकिन यूक्रेनी रक्षा अधिकारियों ने इससे इनकार किया। बखमुत में सालभर से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है।  माना जाता है कि मास्को और कीव दोनों को भारी नुकसान हुआ है।

पूर्वी यूक्रेन में कब्जे के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैगनर निजी सेना और रूसी सैनिकों की टीमों को बधाई दी। क्रेमलिन के प्रेस कार्यालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि व्लादिमीर पुतिन वैगनर हमले टीमों के साथ-साथ सभी रूसी सैनिकों को बधाई देते हैं, जिन्होंने आवश्यक सहायता प्रदान की। बयान में कहा गया है कि हर कोई, जिसने लड़ाई में खुद को प्रतिष्ठित किया है, उसको सम्मानित करने के लिए सिफारिश की जाएगी।

जी7 देशों ने संयुक्त विज्ञप्ति में कहा है कि सात देशों के समूह के नेता रूस के आक्रामकता के अवैध युद्ध के विरोध में ठोस कदम उठाते रहेंगे और यूक्रेन का समर्थन जारी रखेंगे। आगे कहा कि जी7 सदस्यों ने रूस से आग्रह किया है कि वह अपनी जारी आक्रामकता को तुरंत और बिना शर्त पूरी तरह से रोके और यूक्रेन के पूरे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त क्षेत्र से अपने सैनिकों और सैन्य उपकरणों को वापस ले ले।

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