मुलाकात राजनीति से संघ खफा: सत्ता परिवर्तन की अटकलें खारिज शिव व विष्णु को कोई खतरा नहीं

भाजपा

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र भाजपा के आला नेताओं के बीच जिस तरह से यकायक बंद कमरों में मेल-मुलाकात बीते दो हफ्तों से जारी है, उसको लेकर सत्ता व संगठन में बड़े बदलाव के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन बीते रोज क्षेत्रीय प्रचारक दीपक विस्पुते के साथ हुई वीडी शर्मा की मुलाकात ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। अब यह तो तय हो गया है कि फिलहाल विष्णु व शिव को कोई खतरा नहीं है।
बताया जाता है कि अचानक चले मेल मुलाकातों के इस दौर से संघ बेहद खफा है। संघ का मानना है इसकी वजह से प्रदेश में अस्थिरता के साथ ही गुटबाजी का संदेश जा रहा है। इस वजह से अब सत्ता व संगठन में समन्वय पर पूरा जोर लगाने और संगठन में रिक्त पदों की पूर्ति जरुर जल्द किया जाना तय हो गया है। प्रदेश कार्यसमिति के अलावा संगठन में अन्य रिक्त चल रहे पदों को भरने के लिए मंथन का दौर कल से शुरू कर दिया गया है। इसी कवायद के तहत ही बीते रोज वीडी शर्मा दिनभर सक्रिय रहकर अन्य प्रमुख नेताओं से मिलकर मंथन करते रहे। इसके बाद से ही माना जा रहा है कि कुछ नामों को लेकर फंसा पेंच एक दो दिन में सुलझा लिया जाएगा और उसके बाद तय किए गए नामों पर दिल्ली में मुहर लगने के बाद उनकी घोषणा कर दी जाएगी। इसके साथ ही अब कुछ ऐसे कदम भी उठाने का तय किया गया है जिससे कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर किया जा सके।
बीते एक पखवाड़े से प्रदेश की राजनीति में भाजपा के बड़े नेताओं के साथ एक -दूसरे से जिस तेजी से भेंट कर मंत्रण करने का दौर शुरू किया गया था उसको लेकर प्रदेश में तरह -तरह के कयासों का दौर शुरू हो गया था। इसमें वीडी शर्मा से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बदलने तक की अटकलें लगने लगी थीं। इन अटकलों को प्रदेश सह प्रभारी शिव प्रकाश के अचानक दौरे से और बल मिल गया था। इस मेल मुलाकात की शुरूआत स्वयं प्रदेश संगठन के तीनों बड़े नेताओं में शामिल वीडी शर्मा, सुहास भगत और हितानंद शर्मा ने दिल्ली में प्रहलाद पटेल के घर पहुंचकर की थी। यह पूरा घटनाक्रम ऐसे समय शुरू हुआ जब प्रदेश में एक लोकसभा व तीन विधानसभा सीटों पर के साथ ही नगरीय निकाय चुनाव संभावित है। इसके चलते केन्द्रीय नेतृत्व के साथ ही संघ की चिंताएं बढ़ गई थीं। यही वजह है कि केन्द्रीय नेतृत्व व संघ को सक्रिय होकर इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा है। दरअसल प्रदेश संगठन और सरकार के कामकाज को लेकर पार्टी के कुछ बड़े नेताओं के साथ ही कार्यकर्ताओं में नाराजगी बनी हुई है। यही वजह है कि अब बड़े पैमाने पर सत्ता-संगठन में समन्वय की कोशिशें करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
इसके तहत तय किया गया है कि अब प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मंत्रियों से मिलने अब उनके घर जाएंगे। इसकी शुरुआत भी बीते दिन नरोत्तम मिश्रा के बंगले से कर दी गई है। दोनों नेताओं के बीच करीब आधा घंटे तक चर्चा हुई। इस मामले में वीडी शर्मा का कहना है कि वे अब मुलाकात के लिए हर मंत्री के घर जाएंगे। कहा जा रहा है कि यह कदम केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर उठाया जा रहा है। दरअसल जिस तरह से अपने ही बेहद मजबूत गढ़ में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है, उससे भाजपा के रणनीतिकारों को अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर होना पड़ा है। इसके अलावा कोरोना में जिस तरह से आम आदमी को स्वास्थ्य सेवा के लिए कुप्रबंधन का शिकार होना पड़ा है, उससे लोगों में फैली नाराजगी भी इसकी एक और वजह बताई जा रही है। इसके साथ ही सत्ता में भागीदारी न मिलने और प्रभारी मंत्री न होने की वजह से कार्यकर्ताओं के कामकाज नहीं होने से उनमें भी लगातार नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। इसे देखते हुए अब यह भी तय किया गया है कि हर मंत्री को पन्द्रह दिन में एक दिन प्रदेश कार्यालय में बैठ कर कार्यकर्ताओं की बता सुननी होगी। कौन मंत्री किस दिन बैठगा यह मंत्री द्वारा ही तय किया जाएगा, जिसकी जानकारी प्रदेश कार्यालय को पहले से दी जाएगी। दमोह उपचुनाव की तरह कहीं नगरीय निकाय चुनावों में भी पार्टी को नुकसान न उठाना पड़े इसके लिए ही इस तरह का कदम उठाना तय किया गया है।  गौरतलब है कि पूर्व की सरकार व संगठन में इसी तरह का कदम उठाए जाने का तय किया गया था, लेकिन उस पर अमल ही नहीं हो पाया था। अब देखना तो यह है कि इस बार इस पर अमल होता है या नहीं।
इन मामलों पर हुई चर्चा
बताया जा रहा है कि इन मेल मुलाकातों में बीते रोज सीएम निवास में हुई बैठक में राजनीतिक उथल-पुथल के कयासों व अटकलों के साथ संगठन स्तर पर कमेटियों के गठन पर बात हुई। खासतौर पर प्रदेश कार्यसमिति के गठन, कोर ग्रुप, प्रदेश चुनाव संचालन समिति और अनुशासन समिति के लिए नामों को लेकर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि चर्चा में संगठन स्तर पर आर्थिक, कृषि समेत कुछ और समितियां बनाने पर भी मंथन किया गया। इन सभी में सिंधिया समर्थकों को लेने पर सहमति बनाई गई। मंत्री-विधायकों और चुनाव हारने वालों के साथ कांग्रेस में पदाधिकारी रहे सिंधिया खेमे के लोगों को भी भाजपा प्रदेश कार्यसमिति में रखने का दबाव बना हुआ है।
कौन, किससे मिला
नरोत्तम मिश्रा के घर पहुंचे वीडी शर्मा इसके बाद वीडी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इसी तरह से सुहास भगत-हितानंद शर्मा भी शिवराज सिंह चौहान से मिलने पहुंचे । उसके बाद दीपक विस्पुते से विष्णुदत्त, सुहास व हितानंद ने मुलाकात की। शाम के समय  सुहास-हितानंद की वीडी से उनके घर जाकर मुलाकात की गई। इसके बाद एक बार फिर नरोत्तम ने वीडी से उनके घर जाकर मुलाकात की।
केन्द्र में बने हैं नरोत्तम  
बीते एक सप्ताह से जिस तरह भाजपा के कई दिग्गज नेता मुलाकात करने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलने उनके बंगले पर पहुंचे उससे वे मेल मुलाकात के केन्द्र बिन्दु बन गए हैं। उनसे मिलने वालों में कैलाश विजयवर्गीय से लेकर वीडी शर्मा तक शामिल हैं।  बीते रोज ही नरोत्तम व वीडी शर्मा की दो दिन बाद मुलाकात हुई। बीते रोज सुबह ही मिश्रा ने भाजपा दफ्तर पहुंचकर वीडी और संगठन महामंत्री सुहास भगत से मुलाकात की थी। इसके बाद वीडी मुलाकात करने मिश्रा के घर पहुंचे।  
सिंधिया सोमवार को आएंगे भोपाल
राजनीतिक मेल मुलाकातों के बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सोमवार सात जून को भोपाल आ रहे हैं। वे इस दौरान मुख्यमंत्री सहित प्रदेश संगठन के नेताओं से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान संगठन में समर्थकों को शामिल करने को लेकर चर्चा की जा सकती है।

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