- प्रणव बजाज

शिवराज ने 35 की जगह सिर्फ 12% दिया आरक्षण
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने ओबीसी आरक्षण को लेकर राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा की शिवराज सरकार ओबीसी आरक्षण को रद्द कराने की साजिश कर रही थी , जिसकी वजह से ही पंचायत चुनाव में ओबीसी वर्ग को पूरा आरक्षण नहीं मिला है। उनका कहना है की प्रदेश सरकार ने ओबीसी वर्ग को 35 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया था, लेकिन पंचायत चुनाव सीटें सिर्फ 12 फीसदी आरक्षित की हैं। नाथ ने कहा कि पंचायत चुनाव बिना सिंबल के हो रहे हैं, लेकिन नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ओबीसी वर्ग से किए अपने वादे को निभाएगी। नाथ का कहना है की शिवराज सरकार ओबीसी वर्ग के साथ लगातार अन्याय कर रही है। नाथ ने कहा, प्रदेश में जिला पंचायत सदस्य के 875 पद हैं। इनमें से 2022 के चुनाव में मात्र 98 पद ओबीसी के लिए सुरक्षित रखे में गए हैं। इस तरह सिर्फ ओबीसी के प्रत्याशी 11.2 प्रतिशत पदों पर ही चुनाव लड़ सकेंगे। प्रदेश में 19 जिले ऐसे हैं, जहां ओबीसी के लिए एक भी जिला पंचायत सदस्य का पद सुरक्षित नहीं रखा गया है। जनपद पंचायत अध्यक्ष के 313 पद हैं। इनमें से सिर्फ 30 पद ओबीसी के लिए आरक्षित हैं, जो कुल पदों का 9.5 प्रतिशत हैं। प्रदेश में 28 जिले ऐसे होंगे, जहां जनपद पंचायत अध्यक्ष का एक भी पद ओबीसी के लिए सुरक्षित नहीं है।
साहब के जंगली व्यवहार से भौचक रह गए आला अफसर
जंगल महकमे के अफसर का व्यवहार भी अपने महकमे जैसा ही हो गया है, तभी तो साहब को याद ही नहीं रहता है की अपने से वरिष्ठ अफसर के साथ कैसा व्यवहार किया जाना चाहिए। यह अफसर सीसीएफ स्तर के हैं। विभाग ने उनकी मर्जी के खिलाफ उन्हें संचालक राष्ट्रीय उद्यान की कुर्सी से हटाकर उनकी पदस्थापना भोपाल स्थित मुख्यालय में कर दी। साहब मलाई छोड़कर यहां आना नहीं चाहते थे। जैसे-तैसे उनके द्वारा मुख्यालय में आमद दी गई, लेकिन साहब को तो मुखिया जैसा व्यवहार करने की आदत लगी हुई थी , सो साहब बगैर अनुमति अपने सीनियर के चेम्बर में जा धमके और उसके बाद उनकी कुर्सी पर कब्जा जमाकर कामकाज भी शुरू कर दिया। इसकी जानकारी जब बड़े साहब को मिली तो उन्होंने बुलाकर ऐसी घुट्टी पिलाई की साहब उतरा चेहरा लेकर बाहर निकले और फटाफट सीनियर के चैम्बर से अपना सामान समेटने में लग गए। अब साहब को अपने लिए नया कक्ष तो तलाशना ही पड़ रहा है साथ ही बगैर कक्ष के इधर-उधर बैठकर काम भी करना पड़ रहा है।
सज्जन वर्मा ने बता डाला जिन्ना को महान, विवाद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने एक बार फिर से कांग्रेस के सामने मुसीबत खड़ी कर दी है। उन्होंने मंदसौर में आयोजित महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मोहम्मद अली जिन्ना को महान तक बता डाला। वर्मा ने कहा कि देश की आजादी में कांग्रेस ने अहम योगदान दिया है। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और जिन्ना साहब ने आजादी की लड़ाई में अहम योगदान दिया। वहीं, आरएसएस के नेताओं ने अंग्रेजों का साथ दिया था। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि यह पार्टी आजादी की 75वीं सालगिरह मना रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गोरों के छक्के छुड़ाए व आजादी दिलाई। उधर, इस मामले में पलटवार करते हुए स्थानीय सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि आतंकी को ओसामा जी और देश तोड़ने वाले को जिन्ना साहब बोलने वालों ने अपना गौत्र बता दिया है। गुप्ता ने कहा कि ये लोग जिन्ना को साहब बोल रहे हैं, तो क्या उन्होंने बंटवारा पहले ही कर लिया था। कांग्रेस के जो लोग राष्ट्र को समझते थे, वो तो निकल लिए, कुछ और निकलने की तैयारी में हैं।
कांग्रेस नहीं चाहती थी ओबीसी को आरक्षण मिले
नगरीय विकास व आवास मंत्री मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा की कांग्रेस ओबीसी आरक्षण के बिना चुनाव कराना चाहती थी। भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कड़ी मेहनत और आनन फानन में लिए गए निर्णयों के कारण ही ओबीसी को आरक्षण मिल सका है। उन्होने कहा कि कहीं कम तो कहीं ज्यादा आरक्षण मिला है। ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव होना भाजपा व मुख्यमंत्री की उपलब्धि है। उनका कहना है की भाजपा ने कांग्रेस की चाल को विफल कर दिया है। कांग्रेस अगर कोर्ट में नहीं जाती तो आज ओबीसी वर्ग को पूरा आरक्षण का लाभ मिल रहा होता।