बिहाइंड द कर्टन/अब नहीं रहा मलाईदार कुर्सी का मोह

  • प्रणव बजाज
मलाईदार कुर्सी

अब नहीं रहा मलाईदार कुर्सी का मोह
म हिला बाल विकास विभाग उन गिने चुने विभागों में से है, जिसे बेहद मलाईदार माना जाता है। इस विभाग की खास बात यह है कि सिर्फ खर्च ही करना पड़ता है, राजस्व जुटाने का कोई काम ही नहीं रहता है। यही वजह है कि हर कोई इस विभाग में पदस्थापना की इच्छा रहता है, लेकिन अब कुछ हालातों में बदलाव होने लगा  है। इसकी वजह हंै विभाग के मुखिया अपर मुख्य सचिव अशोक शाह। वे वैसे तो सहज और सरल अफसरों में गिने जाते हैं , लेकिन कुछ मामलों में वे बेहद सख्त नजर आते हैं। इनमें से एक मामला है मलाई खाने का। उनके विभाग के मुखिया बनने के बाद से विभाग की बेहद मलाईदार जगहों पर पदस्थ अफसर अब अपनी पसंदीदा कुर्सी को मोह छोड़ने लगे हैं। अब भी कुछ अफसर ऐसे हैं जो अपनी ख्याती की वजह से शाह के चैंबर में जाने से बचने लगे हैं। यही नहीं अब यह अफसर उन फाइलों से भी दूरी बनाने लगे हैं जो पहले उनकी पंसदीदा हुआ करती थीं। इनमें से पोषाहार और मानदेय के मामलों में तो अब अधिकारी बचने का प्रयास करते दिख रहे हैं। दरअसल यही दो ऐसे काम हैं जिनमें किए गए घोटालों की वजह से विभाग पहले से ही बदनाम बना हुआ है। यही वजह है कि तक बारहमासी भ्रष्टाचार के लिए चर्चा में रहने वाले इस विभाग में आला स्तर पर अब नजारा बदला हुआ दिखना शुरू हो गया है।

अब जयवर्धन के निशाने पर आए भाई साब
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह अब अपने पिता के पदचिन्हों पर तेजी से चलते हुए दिखने लगे हैं। यही वजह है कि युवा होने के बाद भी उनमें गंभीरता तो दिखना शुरू हो ही गई हैं, साथ ही सड़क से लेकर बयानों को लेकर भी अब चर्चा में रहने लगे हैं। पहले युवा कांग्रेस के प्रदर्शन में अपना कुर्ता फटने के लिए चर्चा में रह चुके हैं। अब उनके द्वारा भाई साब को लेकर भी तंज कसाने वाला बयान दिया गया है। उन्होंने कहा है कि भाई साब तो सड़क पर उतरना चाहते थे, लेकिन पकड़ा हवाई जहाज दिया, ताकि वह हवा में ही उड़ते रहें। यह तंज भी उनके द्वारा भाई साब की परंपरागत लोकसभा सीट गुना में दिया गया है। यहीं उनके द्वारा इस दौरान भाजपा पर भी निशाना साधा गया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा द्वारा अनैतिक षड्यंत्र कर बनाई गई सरकार की वजह से जनता परेशान है। कभी बिजली तो कभी प्राकृतिक आपदाओं की वजह से जनता बेहद परेशान है। उल्लेखनीय है कि भाई साब और जयवर्धन के पिता जी के बीच कांग्रेस में रहते भी राजनैतिक अदावद जमकर रही है।

शाह का लंच क्या बढ़ा सकेगा राकेश सिंह का कद
केन्द्रीय गृह मंत्री भाजपा के ऐसे नेता है जिनकी पकड़ सरकार से लेकर संगठन पर बेहद मजबूत मानी जाती है। वे अब अगले पखवाड़े में एक दिन के दौरे पर मप्र आ रहे हैं, सो इस दौरे की चर्चा होना लाजमी है। यह मौका करीब तीन साल बाद आया है जब वे किसी बगैर राजनैतिक कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं। वे जबलपुर में आदिवासी राजाओं के बलिदान दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसे लेकर तैयारियां पूरी जोर पकड़ चुकी हैं। उनके इस दौरे में सबसे अधिक चर्चा उनके भोजन को लेकर हो रही है। वे इस दौरान जबलपुर सांसद राकेश सिंह के घर पर भोजन करेगें। इसके पहले शाह ने भोपाल दौरे के समय 2017 में डॉ. नरोत्तम मिश्रा के घर भोजन किया था। इसके बाद से ही प्रदेश की राजनीति में खासतौर पर नरोत्तम मिश्रा के कद में तेजी से इजाफा हुआ है। उनका कद अब प्रदेश के उन चंद नेताओं में होने लगा है, जिन्हें सरकार व संगठन में बेहद तवज्जो मिलती है। वैसे तो जबलपुर में भी कई नेता शाह को भोजन कराने की इच्छा रखे हुए थे, लेकिन बाजी मारी राकेश सिंह ने। चर्चा की वजह है जब भी किसी बड़े नेता का लंच या डिनर जिस नेता के घर होता है तो लोग उनके उज्ज्वल भविष्य को लेकर आशान्वित हो जाते हैं, पर परिणाम क्या निकलेंगे, ये तो वक्त आने पर ही पता चल सकेगा।

सांसद प्रज्ञा ने कांग्रेस को बताया विधर्मी
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर हमेशा से ही अपने बयानों की वजह से चर्चा में बना रहती हैं। उनके निशाने पर हमेशा से ही कांग्रेस और उसके नेता रहते हैं। इस बार भी उनके द्वारा कांग्रेस को अप्रत्यक्ष रूप से विधर्मी नेताओं की पार्टी कहा गया है। दरअसल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बाग मुगालिया क्षेत्र में आयोजित अन्न वितरण कार्यक्रम में वे शामिल हुई। इस दौरान उनके द्वारा अपने भाषण में कहा गया कि कांग्रेस ने दुनिया में हिंदुस्तान को सिर्फ बदनाम करने का काम किया है। आपदा के समय पूरा विपक्ष नदारद हो जाता है। राष्ट्रीय सेवक संघ (आरएसएस) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तालिबानी कहने पर सांसद ने कांग्रेस से देशभक्ति की परिभाषा पूछी। उन्होंने भोपाल के एक विधायक का नाम लिए बिना उन्हें विधर्मी कहते हुए कहा कि जिस देश में राष्ट्रभक्त हैं वहां विधर्मी टिक नहीं सकते। एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा लॉटरी चालू करने के प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हर लॉटरी खराब नहीं होती। जिसमें समाज को लाभ हो सरकार ऐसी लॉटरी शुरू करने का प्रस्ताव लाएगी।

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