बिहाइंड द कर्टन/…और करा ली जमकर किरकिरी

  • प्रणव बजाज
गृह विभाग

….और करा ली जमकर किरकिरी
हाल ही में गृह विभाग द्वारा रापुसे के अधिकारियों की तबादला सूची जारी की गई। इस सूची के जारी होने के बाद से ही विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है। दरअसल यह पूरा मामला उन दो अफसरों की वजह से चर्चा में आ गया , जिनमें से एक की कोरोना काल में मृत्यु हो गई थी , जबकि दूसरा अफसर पांच माह पहले रिटायर हो चुका है। इन दोनों ही अफसरों के नाम इस तबादला सूची में शामिल कर दिए गए थे। सोशल मीडिया पर जमकर किरकिरी होने के बाद गृह विभाग के अफसरों की नींद खुली तो इन दोनों ही अफसरों के नाम शामिल करने को टंकण त्रुटि बताते हुए उनके तबादले निरस्त कर दिए। इससे समझा जा सकता है कि प्रदेश का गृह महकमा कितना सजग और चौकन्ना रहता है। कहा तो यह जा रहा है कि दरअसल यह सूची छह माह पहले ही तैयार कर ली गई थी , लेकिन इसको लेकर सरकार में एकराय नहीं बन पाने की वजह से वह अटकी हुई थी , जिसे अब जारी किया गया है।

जबलपुर एसपी पर मातहत महिला ने लगाए गंभीर आरोप
जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा अब अपनी ही मातहत महिला उपपिरीक्षक की वजह से मुश्किल में आ गए हैं। महिला इंसपेक्टर ने उन पर लैंगिक शोषण और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाने की शिकायत मानव अधिकार आयोग से की है। इस पर आयोग द्वारा अब डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना से चार सप्ताह में जवाब मांगा है। आयोग ने डीजीपी को दो दिन पहले लिखे पत्र में कहा है कि इन आरोपों की जांच किसी एडीजी अथवा आईजी स्तर के अधिकारी से कराकर 29 अप्रैल से पहले जांच प्रतिवेदन आयोग के पास भेजें। गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के आरोप में एसपी द्वारा इस महिला उप निरीक्षक को करीब सवा माह पहले निलंबित कर दिया था। इससे पहले यह महिला साइबर सेल भोपाल में भी पदस्थ रह चुकी है, उस समय उसके खिलाफ दिसंबर 2017 में राजधानी के गोविंदपुरा थाने में 26 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज हुआ था। इस मामले में उसके पिता को भी आरोपी बनाया गया था। यह जालसाजी रेलवे स्टेशन में पार्किंग के ठेके को लेकर की गई थी।

सन्यास की उम्र में कांग्रेस ने नाथ के सिर बांधा सेहरा
अगला विधानसभा चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ने की खबर पर गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा है कि गजब हो रहा है। कांग्रेस ने सन्यास लेने की उम्र में नाथ के सिर पर सेहरा बांध दिया है। गृहमंत्री ने कहा, नाथ पूर्व मुख्यमंत्री हैं, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष भी हैं। भावी मुख्यमंत्री भी कांग्रेस की ओर से उन्हें ही घोषित किया गया है। जब चुनाव होगा, तब तक नाथ 77 साल के हो जाएंगे। इससे कांग्रेस का भविष्य समझ में आएगा कि किसके नेतृत्व में सड़क पर लड़ने  का संकल्प पार्टी की ओर से लिया जा रहा है। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस परिवारवाद की पोषक पार्टी है। वह पार्टी नहीं, बल्कि परिवार है। पार्टी तो भारतीय जनता पार्टी है। यहां अगला अध्यक्ष कौन होगा? कभी पता नहीं होता है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक उच्चस्तरीय बैठक में सोमवार रात को नाथ के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए सभी नेताओं ने एक स्वर में उनके ही नेतृत्व में आगामी चुनाव लड़ने  का ऐलान किया था।

बोले दिग्विजय, फसल जलने पर दिया जाए मुआवजा
 होशंगाबाद जिले के बाबई में किसानों की हजारों एकड़ की फसल जलकर खाक होने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए अफसरों के असंवेदनशील रवैए की जांच कराने और किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने इस संबध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिया है। इसमें उनके द्वारा कहा गया है कि जिस समय आपकी  चार अप्रैल को बाबई में सभा चल रही थी , तभी सभास्थल से बीस किमी दूर एक अग्निकांड में कई किसान बरबाद हो गए। उनका आरोप है कि आग की सूचना देने के बाद भी अफसरों ने दमकलों को मौके पर नहीं भेजा। इसकी वजह है अफसरों ने पूरे जिले की दमकलों को आपकी सुरक्षा में तैनात कर रखा था, जबकि वहां इतनी गाड़िय़ां खड़ी रखने की जरूरत नहीं थी। यह अमानवीयता की पराकाष्ठा है। किसानों के खेतों में खड़े हार्वेस्टर और ट्रेक्टर भी जल गए हैं। किसानों को सरकार की ओर से प्रति एकड़ औसत पैदावार के हिसाब से मंडी में चल रही गेहूं की कीमत पर पूरा मुआवजा दिया जाए।

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